हरियाणा में होने वाले शिक्षक पात्रता परीक्षा में इस बार आवेदनों में 17 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। पिछले साल की तुलना में इस बार 53,886 आवेदन कम हुए हैं। यह परीक्षा सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी), प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) और स्नातकोत्तर शिक्षक (पीजीटी) के पदों के लिए आयोजित की जाती है, जिसके लिए पास होना अत्यंत आवश्यक है।
आवेदनों में कमी का कारण
इस बार कुल 2,51,831 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 3,05,717 थी। इस आंकड़े में हुई गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक आपत्तिजनक कारण यह हो सकता है कि छात्रों ने परीक्षा में भाग लेने में कमी महसूस की हो, जिसका सीधा असर उनके आवेदनों पर पड़ा हो।
पढ़ाई में हुई कमी का संकेत
कुछ एक और संभावना यह है कि पिछले कुछ महीनों में होने वाली छुट्टियों और अनियमितताओं के कारण छात्रों की पढ़ाई में कमी हो गई हो, जिससे उनका परीक्षा की तैयारी में असुरक्षित महसूस हो।
आर्थिक स्थिति का प्रभाव
आर्थिक स्थिति के भी कारण हो सकता है कि छात्रों ने परीक्षा देने के लिए आवश्यक सामग्री को प्राप्त करने में कठिनाई महसूस की हो, जिससे उनका आवेदन कम हो गया हो।
परीक्षा में उत्तीर्ण होना अत्यंत आवश्यक
हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी), प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) और स्नातकोत्तर शिक्षक (पीजीटी) के पदों के लिए होने वाली एचटीईटी परीक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण माना है। जिसमें उत्तीर्ण होना एक व्यक्ति के लिए सरकारी नौकरी की प्राप्ति का माध्यम है।
समाप्ति
2 और 3 दिसंबर को होने वाली एचटीईटी परीक्षा के लिए राज्य में कुल 2,51,831 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो पिछले साल की तुलना में कम हैं। छात्रों को परीक्षा की तैयारी में सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने और आवश्यक सामग्री को सही समय पर प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा सहायता पहुंचाई जा रही है।