● हरियाणा में पहला IIT स्थापित करने की योजना, तकनीकी शिक्षा विभाग ने शुरू की तैयारियां।
● 300 एकड़ भूमि अधिग्रहण की शर्त बनी रोड़ा, BJP सांसद अपने क्षेत्र में संस्थान लाने की कर रहे लॉबिंग।
● हिसार, करनाल, गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र और भिवानी के IIT के लिए संभावित स्थान होने की संभावना।
BJP MPs Lobbying for IIT: हरियाणा सरकार प्रदेश में पहला इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) स्थापित करने जा रही है। इसको लेकर तकनीकी शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) और संस्थान निदेशालय से निर्देश मिलने के बाद प्रदेश के सभी जिलाधीशों (DC) को पत्र लिखकर उपयुक्त स्थान चिह्नित करने को कहा गया है।
हालांकि, इस प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी बाधा भूमि अधिग्रहण को लेकर है। सरकार ने IIT के लिए 300 एकड़ भूमि अधिग्रहण की शर्त रखी है, जिसे पूरा करना जिलों के लिए चुनौती बन गया है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चिन्हित भूमि को अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद ही इस परियोजना को हरी झंडी मिलेगी।
BJP सांसदों में तेज हुई लॉबिंग
हरियाणा में BJP के सांसद इस प्रतिष्ठित संस्थान को अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में स्थापित करवाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। वर्तमान में राज्य से तीन केंद्रीय मंत्री हैं—करनाल से मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत और फरीदाबाद से कृष्ण पाल गुर्जर। इनके संसदीय क्षेत्रों में IIT बनने की संभावना जताई जा रही है।
हिसार, भिवानी भी दौड़ में
हिसार और भिवानी जैसे क्षेत्रों से भी IIT को लेकर दावेदारी पेश की जा रही है। भिवानी के सांसद चौधरी धर्मबीर इसके लिए प्रयासरत हैं, वहीं हिसार में PWD मंत्री रणबीर गंगवा इस दिशा में सक्रिय हैं। हिसार में एयरपोर्ट के पास पर्याप्त सरकारी जमीन उपलब्ध होने के कारण इसकी संभावना और मजबूत मानी जा रही है।
कांग्रेस सांसदों के क्षेत्र पिछड़ सकते हैं?
हरियाणा में कांग्रेस के जिन सांसदों का प्रभाव है, उनके क्षेत्रों को इस योजना से वंचित रहने की आशंका है। हिसार, सिरसा, अंबाला, सोनीपत और रोहतक में कांग्रेस सांसदों के प्रभाव के चलते सरकार वहां IIT स्थापित करने में रुचि नहीं दिखा रही है। हालांकि, स्थानीय मंत्री अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।
किन जिलों को मिल सकता है मौका?
- हिसार: यहां सरकारी जमीन प्रचुर मात्रा में है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, रेलवे और दिल्ली-पंजाब-राजस्थान से बेहतर कनेक्टिविटी इसे अन्य जिलों की तुलना में मजबूत दावेदार बनाती है।
- करनाल: केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का संसदीय क्षेत्र होने के साथ ही जीटी रोड पर स्थित करनाल को दिल्ली और चंडीगढ़ से बेहतरीन कनेक्टिविटी का लाभ मिल सकता है।
- गुरुग्राम: राव इंद्रजीत सिंह इसे अपने क्षेत्र में लाने का प्रयास कर सकते हैं, लेकिन दिल्ली के पास IIT पहले से होने के चलते इसकी संभावना कम मानी जा रही है।
- कुरुक्षेत्र: मुख्यमंत्री नायब सैनी का गृह जिला होने के कारण यह भी संभावित स्थानों में से एक है। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की मौजूदगी इसे अन्य जिलों की तुलना में मजबूत आधार देती है।
- भिवानी: सांसद धर्मबीर सिंह और राज्यसभा सांसद किरण चौधरी के प्रभाव के चलते भिवानी भी मजबूत दावेदार बनकर उभर रहा है।
सरकार की अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद यह तय होगा कि हरियाणा का पहला IIT किस जिले में स्थापित किया जाएगा।