हिसार के एचएयू विश्वविद्यालय में देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 121वीं जयंती के उपलक्ष्य में किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कृषि मंत्री ने कार्यक्रम में शिरकत पहुंचे और प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया।
वहीं दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के मूर्ति पर किसानों को माल्यार्पण करने से रोका गया। जिसका विरोध किसानों ने किया। इसके बाद पुलिस घेरे में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर किसानों ने माल्यार्पण किया। इस दौरान कृषि मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है, वह एक किसान के बेटे हैं और किसानों के बारे में कभी बुरा नहीं कह सकते मेरी शब्दों का किसी ने गलत अर्थ समझ लिया है, तो वह किसानों से माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना से काफी लाभ हुआ है। जितने किसानों ने फसल बीमा के तहत फसलों का बीमा करवाया था, उससे कई गुना रुपए किसानों को मिल चुके हैं। ऐसे में अगर जिन जिलों में बीमा कंपनियां नहीं है, वहां पर सरकार क्षति पोर्टल के माध्यम से किसानों का बीमा करेगी।
घर बैठे पशु का इलाज करवा सकते है पशुपालक
वहीं उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में पशु एंबुलेंस सेवा शुरू की जाएगी और एक टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। जिसके तहत पशुपालक भाई इसका प्रयोग करके घर बैठे पशु का इलाज करवा सकते हैं। इस दिशा में 70 एंबुलेंस खरीदी जा चुकी है और टोल फ्री के लिए ऑफिस भी तैयार किया जा चुका है जल्द ही यह सेवा शुरू होगी।
पुलिस ने किसानों को विश्वविद्यालय के 4 नंबर पर रोका
वही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में एडम ब्लॉक के सामने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की मूर्ति स्थापित है। जहां किसान दिवस के अवसर पर किसान मूर्ति पर माल्यार्पण करने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने किसानों को विश्वविद्यालय के चार नंबर गेट पर रोक लिया। इसके बाद किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया और विरोध के बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षा घेरे में चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर माला अर्पण करने दिया। इसके बाद फिर से सुरक्षा घेरे में यूनिवर्सिटी के बाहर किसानों को भेज दिया।