भूख हड़ताल

Haryana में भूख हड़ताल पर बैठे 100 से ज्यादा किसान, अनशन सरकार की तानाशाही रवैये के खिलाफ

हिसार

Haryana के किसानों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए मंगलवार, 17 दिसंबर को हिसार लघु सचिवालय के बाहर 24 घंटे की भूख हड़ताल शुरू की है। इस अनशन में 100 से ज्यादा किसान शामिल हुए हैं, जो पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किया जा रहा है। किसान नेता संदीप सिवाच ने बताया कि यह अनशन सरकार की तानाशाही रवैये के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है और शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों पर अत्याचार कर रही है। जिला प्रधान सतीश बेनीवाल ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने आंदोलनकारी किसानों की मांगें नहीं मानीं, तो देश में एक बड़ा आंदोलन खड़ा हो सकता है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो 22 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं, को हरियाणा के किसानों का समर्थन मिल रहा है।

किसानों की एकता के लिए प्रयास

हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों को एकजुट करने के प्रयास जारी हैं। किसान नेता सिवाच ने कहा कि दिल्ली आंदोलन के दौरान किसान संयुक्त मोर्चा मजबूत था। अब, एक बार फिर सभी किसान संगठनों को एकजुट करने के लिए हरियाणा के किसानों ने यह भूख हड़ताल शुरू की है।

आंदोलन की आगामी रणनीति

अनशन बुधवार सुबह 10 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद, चंडीगढ़ में सरकार और किसान कमेटी के बीच बैठक होगी, जहां आंदोलन की आगामी रणनीति तय की जाएगी।

किसानों का कहना है कि सरकार को बॉर्डर पर बैठे किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उनका आरोप है कि किसानों को दबाने के लिए सरकार विभिन्न दमनकारी कदम उठा रही है। ठंड के बावजूद, किसान अपने आंदोलन और मांगों को लेकर अडिग हैं। यह अनशन उनकी एकजुटता और सरकार पर दबाव बनाने की एक और कोशिश है।

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