हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने दिल्ली में आयोजित ‘किसान महाकुंभ 2025’ में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान क्रांति अब सड़कों पर नहीं, बल्कि खेतों में हो रही है। उन्होंने कहा कि युवा किसान अब परंपरागत खेती से आगे बढ़कर नवाचार, तकनीक और बाजार की समझ के साथ खेती को नया आयाम दे रहे हैं।
श्री राणा ने कहा कि यह नई पीढ़ी के किसान खेती से लेकर ब्रांडिंग तक की पूरी वैल्यू चेन को समझते हैं और उसमें निपुणता दिखा रहे हैं। उन्होंने यह धारणा भी खारिज की कि युवा खेती छोड़ रहे हैं। “ये आखिरी नहीं, बल्कि नए युग की पहली पीढ़ी है,” – मंत्री ने दृढ़ता से कहा।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने 24 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद कर देशभर में मिसाल कायम की है। साथ ही कृषि बजट में 19.2%, बागवानी में 95.5% और मत्स्य पालन में 144.4% की बढ़ोतरी को राज्य सरकार की किसान-हितैषी सोच का प्रमाण बताया।
राज्यभर में 140 पैक हाउस और कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य और भंडारण की सुविधा मिलेगी। उन्होंने छोटे किसानों के लिए स्थानीय कृषि मॉडल विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और बैंकों व नाबार्ड से आर्थिक सहयोग की अपील की।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात करते हुए मंत्री ने कहा कि इस वर्ष हरियाणा में 1 लाख एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती का लक्ष्य रखा गया है। इससे मृदा और जल संरक्षण के साथ पर्यावरणीय संतुलन को भी बढ़ावा मिलेगा।