Sonipat, Agriculture Department officer took a meeting

Sonipat में कृषि विभाग Officer ने ओलावृष्टि से खराब फसल को लेकर ली Meeting, मुआवजे के लिए किसानों का क्षतिपूर्ति portal पर Registration करवाना जरुरी

बड़ी ख़बर सोनीपत हरियाणा

ओलावृष्टि के बाद फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा प्राप्त करने के लिए किसानों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण करवाना सरकार द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है। पंजीकरण के बाद एक किसान को पांच एकड़ तक का मुआवजा सरकार की तरफ से जारी किया जा सकता है। हालांकि किसान अपनी पूरी भूमि का पंजीकरण क्षतिपूर्ति पोर्टल पर करवा सकता है।

जिला कृषि अधिकारी ने अलग-अलग खंड के अधिकारियों को सोनीपत कार्यालय में बुलाकर मीटिंग ली है और निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द अलग-अलग खंड में नुकसान को लेकर डाटा अपलोड करें। सोनीपत, राई और खरखोदा में 93 हजार 752 एकड़ में गेहूं और सरसों की फसल में नुकसान हुआ है। अधिकारी ने बताया कि इस बार जिले में कोई भी क्रॉप इंश्योरेंस नहीं है और ज्यादा से ज्यादा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण करवा खराब फसल का मुआवजा प्राप्त करें। जिले के 60% किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।

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15 मार्च तक खुला रहेगा पोर्टल

सोनीपत जिले में शनिवार को ओलावृष्टि और बरसात होने के कारण गेहूं, सरसों सहित विभिन्न प्रकार की फसलों में काफी नुकसान हुआ है। किसान लगातार सरकार से मुआवजे की मांग रहे हैं। ऐसे में एक तरफ जहां प्रशासन द्वारा फसलों में हुए नुकसान का अनुमान लगाने के लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है वहीं अब क्षतिपूर्ति पोर्टल पर खोल दिया गया है और 15 मार्च तक के पोर्टल खुला रहेगा। खराब फसल के मुआवजे को लेकर मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर किसान को पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा और उसके बाद क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल खराब की रिपोर्ट दर्ज करानी होगी। फसल पंजीकरण के बाद ही मुआवजा जारी किया जाएगा।

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सोनीपत जिले में 2 लाख 6 हजार 194 एकड़ भूमि का किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया है। ब्लाक स्तर पर बात करे तो सोनीपत ब्लाक में 47065 एकड़ भूमि का पंजीकरण हुआ है। वहीं राई ब्लाक में 13743 एकड़ भूमि का पंजीकरण हुआ है। खरखौदा ब्लाक में यह आंकड़ा 26 हजार 395 एकड़ भूमि का है। उक्त तीनों ब्लाक में सबसे अधिक ओलावृष्टि हुई है। गन्नौर के 5384 किसानों ने 31 हजार 937 एकड़ भूमि का पंजीकरण करवाया है। सोमवार को सुबह तीन घंटों के अंदर ही 1752 एकड़ भूमि का पंजीकरण किसानों द्वारा करवाया गया। प्रशासन से किसानों का आह्वान किया है कि 15 मार्च तक मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण जरूर करवाएं।

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