AQI reached 378 in Sonipat

Sonipat : औद्योगिक क्षेत्र से बढ़ता पॉल्यूशन लोगों के लिए बना खतरा,  378 पहुंचा AQI, प्रशासन की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

बड़ी ख़बर सोनीपत हरियाणा

हरियाणा के जिला सोनीपत में एयर क्वालिटी इंडेक्स में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिले में राई, कुंडली और नाथूपुर सहित कई औद्योगिक क्षेत्र हैं। औद्योगिक क्षेत्र में प्रतिदिन प्रदूषण से जिले में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में एयर क्वालिटी इंडेक्स से 378 पर जा पहुंचा है। लोगों का आरोप है कि जहरीले और केमिकल युक्त पदार्थ में आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है। प्रशासन की ओर से किए गए दावे खोखले साबित हो रहे हैं और कार्रवाई कागजों तक सिमट कर रह गई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अपशिष्ट पदार्थ में आग इतनी भयानक हो रही है कि उनसे काफी भयानक और जहरीला धुआं निकल रहा है, जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ बड़ा खिलवाड़ है। यह धुआं सांस के माध्यम से हमारे शरीर में जा रहा है। जिससे लोगों खासकर छोटे बच्चों को कई प्रकार की बीमारियां होने की अंदेशा बना हुआ है। बढ़ते प्रदूषण से लोगों का सांस लेना दुभर हो गया है, लेकिन प्रशासन अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग नहीं है। प्रशासन के कानों पर कोई जूं तक नहीं रेंग रही है।

लोगों का आरोप है कि राई औद्योगिक क्षेत्र से निकला हुआ अपशिष्ट और केमिकल युक्त जहरीले पदार्थ फैक्टरी से बाहर निकालकर गांव के नजदीक डालकर आग लगाई जा रही है। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर भी खुलेआम कई घंटे तक अपशिष्ट पदार्थ जलाए जा रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी सब कुछ देखते हुए भी आग बुझवाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। न ही अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई की जा रही है। लोगों का कहना है कि प्रतिदिन रात होते ही कई फैक्टरी वालों की ओर से अपशिष्ट और जहरीले पदार्थ में आग लगा दी जाती है।

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दिल्ली 4

राई औद्योगिक क्षेत्र से सटे गांव बढ़मलिक के ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिदिन फैक्टरी के अपशिष्ट पदार्थ में आग लगाई जा रही है। जिसके कारण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण के कारण आसमान में धुंध-सी नजर आती है और जहरीला धुआं चारों तरफ फैल जाता है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बढ़ते प्रदूषण के चलते लोगों का जीना दुभर हो गया है। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं,  ताकि लोगों को निजात मिल सके।

इस संबंध में सरपंच संगठन के महासचिव सुनील कटारिया और फूलकुमार का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों को कोरोना काल की याद दिला दी है। लोगों को सांस लेने के लिए मुंह पर मास्क लगाना पड़ रहा है। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि एक बार फिर कोरोना जैसा हालातों का सामना करना पड़ेगा। उनकी मांग है कि प्रशासन को लोगों को सुविधा के लिए नियमों का पालन करवाना चाहिए, लेकिन प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों पर खरा नहीं उतर रहा है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।