शहर की अनाज मंडी में आज से बाजरा और धान की खरीद होगी। पहली बार पीआर धान खरीदा जाएगा। इससे पहले बासमती धान की प्राइवेट तौर पर खरीद निजी आढ़तियों की ओर से की जाती थी। खरीद को लेकर आढ़ती और मंडी प्रबंधन ने पूरी तैयारी कर ली है।
हजारों क्विंटल बाजरा मंडी परिसर में आ गया है, जिसको लेकर मंडी प्रबंधन के अधिकारी व कर्मचारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बिजली,पानी व अन्य सुविधाएं दुरुस्त करवा दी गई है। सीसीटीवी भी सही से कम कर रहे हैं।
खरीद से पहले किसानों ने मंडी में पहुंचाया हजारों क्विंटल बाजरा
किसानों की ओर से खरीद होने से पहले ही करीब 25 हजार क्विंटल बाजरा मंडी परिसर में पहुंचा दिया गया है। जिसको मार्केट कमेटी प्रबंधन की ओर से काफी करीब 175 किसानों के ई-नेम पोर्टल पर गेट पास काटे हैं। सैकड़ों लोगों के नाम रजिस्टर में दर्ज किए गए हैं। इनको ई-खरीद पर पोर्टल के माध्यम से किसानों का बाजरा हैफेड एजेंसी की ओर से खरीदा जाएगा । किसान धान व बाजरे को सरकारी भाव पर ही बेचेंगे।
बार-बार बदलती खरीद की तारीख किसानों के लिए बनी परेशानी
सरकारी खरीद शुरू न होने की वजह से कई जरूरतमंद किसानों ने 1800 से लेकर 1900 रुपये प्रति क्विंटल तक बाजरा आढ़तियों को बेचा था। किसानों का कहना है कि उनको रुपयों की जरूरत थी, इसलिए वह बाजरा उन्होंने बाजार निजी आढ़तियों को बेचा था।
आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान हरेंद्र सिलाना, पूर्व प्रधान सतबीर सिंह मल्हान, चांद सिंह, चरण सिंह दलाल, सोहन सिंह, बलजीत सिंह गुलिया ने बताया कि सरकार को 20 सितंबर से पहले ही बाजरे की खरीद को शुरू कर देना चाहिए था। जिससे किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
लेकिन सरकार बार-बार खरीद की तिथियां बदल रही हैं और किसानों को भी असमंजस में डाल रही है। इसके चलते किसान समय से पहले बाजार मंडी परिसर में ले आए हैं और बारिश के चलते काफी बाजार भीगा था। हालांकि कोई खास नुकसान बाजरे में नहीं हुआ है।
क्या की गई है व्यवस्था
मार्केट कमेटी प्रबंधन की ओर से मंडी परिषद के गेटों पर लैपटॉप प्रिंटर से लैस ऑपरेटर को बैठा दिया गया है, जिससे वह किसानों का गेट पास कर एंट्री करवाएंगे। वही सीसीटीवी कैमरे, बिजली, पानी की व्यवस्था किसानों के लिए मंडी प्रबंधन की ओर से करवा दी गई है।
मंडी सुपरवाइजर देवेंद्र सिंह ने बताया कि किसान की धान पीआर व बाजरे की खरीद के लिए मंडी प्रबंधन पूरी तरह से तैयारी कर चुका है। अनाज मंडी परिसर में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है उन्होंने बताया कि यदि किसानों को कोई समस्या आती है तो मार्केट कमेटी के कर्मचारी व अधिकारियों से सीधे जाकर बात कर सकते हैं।