Haryana News : हरियाणा के जिला जींद में दिल्ली हाईकोर्ट के वकील ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण वकील की पत्नी और उसके मायका पक्ष के लोगों द्वारा प्रताड़ना बताया जा रहा है। जिससे आहत होकर वकील ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामले में मृतक के पिता की शिकायत पर पत्नी सहित 6 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बसंत बिहार कॉलोनी निवासी सूरजमल ने बताया कि उसका बेटा पुष्पेंद्र दिल्ली हाईकोर्ट में वकील था। बेटे ने वर्ष 2020 में गांधी नगर निवासी प्रांजली से लव मैरिज की थी। उनकी शादी के बाद दोनों को एक लड़का भी हुआ, जो अभी 3 वर्ष का है। आरोप है कि प्राजंली वर्ष 2016 में राजस्थान में जीएसटी विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी लगी थी। उनकी नौकरी के बाद दोनों ने शादी की थी। प्रांजली की ड्यूटी गंगानगर में थी। शादी के बाद लड़का होने पर प्रांजली कुछ दिन उनके घर पर भी रही। इस दौरान दोनों पति पत्नी में कई बार विवाद हुआ तो वह अपने बेटे को लेकर गांधी नगर में अपने माता-पिता के पास चली गई।
आरोप है कि इसके बाद प्रांजली अपने परिजनों को लेकर उनके घर आती और पुष्पेंद्र पर रुपये मांगकर नाजायज दबाव बनाती थी। इसको लेकर वह पुष्पेंद्र के साथ मारपीट भी करती थी। प्रांजली की छुट्टी समाप्त होने पर वह अपनी ड्यूटी के दौरान घर पर अकेली रहने लगी। जब पुष्पेंद्र उनके पास जाता तो उसके साथ रुपयों की मांग कर झगड़ा करती थी, लेकिन अपने वेतन से पुष्पेंद्र को रुपये नहीं देती थी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि 23 जुलाई 2022 को जब पुष्पेंद्र विवान बेटे से मिलने गंगानगर गया तो उसके साले दीपक बत्रा ने फोन कर जानकारी दी कि उसके बेटे की तबीयत खराब है। जब वह वहां गए तो उसने ससुराल पक्ष के लोगों पर जहरीला पदार्थ देने का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। अब पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से परेशान होकर उसके बेटे ने सोमवार रात को घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शहर थाना पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर पत्नी प्रांजली, इंदु बत्रा, दीपक बत्रा, विनोद बत्रा, दर्शन बत्रा और भीम सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।