हरियाणा के जिला करनाल के गांव एंचला में नहर में डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई। हादसा बीती रात देर शाम आवर्धन नहर में अनियंत्रित होकर बाइक गिरने से हुआ। हादसे के वक्त बाइक पर चार युवक सवार थे। जिसमें से तीन की मौत हो गई और एक छात्र की जान बच गई है। देर रात काफी प्रयास के बाद तीनों छात्रों के शव नहर से निकाले गए। तीनों मृतक एक ही गांव के बताए जा रहे हैं, जबकि अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ने हैं।
नहर में युवकों के डूबने के दौरान पास से गुजर रहे एक राहगीर ने सभी को बचाने की कोशिश की, लेकिन वह एक युवक को ही बाहर निकाल पाया। सभी दोस्तों ने आपस में मिलकर एक-दूसरे के सहारे नहर से बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन बाद में हाथ छूटने से तीनों युवक नहर में डूब गए। बताया जा रहा है कि सड़क खराब होने के चलते युवकों की बाइक का संतुलन बिगड़ गया था। तीनों मृतकों का करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में पोस्टमार्टम होगा। उधर एक ही गांव के तीन युवकों की मौत पर गांव ऐचला में मातम पसरा है। मृतकों की पहचान साहिल, रितेश और दिव्यांशु के रूप में हुई है, जबकि बचने वाला युवक गन्नौर निवासी हिमांशु बताया जा रहा है।
2 घंटे की मशक्कत के बाद नहर से बाहर निकाले शव
हादसे की सूचना मिलते ही गांव ऐंचला के ग्रामीणों के साथ प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी नायब सिंह मौके पर पहुंचे और गोताखोरों व पुलिस की टीम को मौके पर बुलाया गया। पुलिस व गोताखोरों की टीम ने सर्च अभियान चलाकर करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों मृतक छात्रों के शव को नहर से बाहर निकाला। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। आज तीनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
गुजर रहे व्यक्ति ने सुनी दीपांशु के चिल्लाने की आवाज
हिमांशु ने बताया कि चारों छात्रों के नहर में गिरने के बाद वह डर गया और कुछ नहीं कर पा रहा था। इसके बाद उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। इस दौरान नहर के पास से गुजर रहे एक व्यक्ति ने उनकी आवाज सुनी और उसे बाहर निकाल लिया। इसके बाद उसने राहगीर को सारी बात बताई और उसकी मदद से गांव वालों को सूचित किया। इसके बाद ग्रामीण, पुलिस और गोताखोर मौके पर पहुंच गए।
बुआ के घर जा रहा था हिमांशु, रास्ते में मिले तीनों दोस्त
हिमांशु ने बताया कि वह बुधवार शाम को गन्नौर से करनाल आया था और बुआ के घर गांव ऐचला जा रहा था। इस दौरान रास्ते उसे तीन दोस्त रितेश, दीपांशु और साहिल मिल गए। इसके बाद उन्होंने मुझे भी बाइक पर बैठ लिया। चारों युवक एक ही बाइक पर सवार थे और नहर की पटरी से गांव ऐचला की तरफ आ रहे थे। चारों युवक पिचोलिया से निकलकर गांव ऐचला के पास पहुंचे ही थे कि खस्ताहाल सड़क के चलते बाइक का संतुलन बिगड़ गया। जिससे हम चारों नहर में जा गिरे और बाइक नहर किनारे पर गिर गई।
दूसरी साइड निकलने की कोशिश में डूब गए तीन दोस्त
हिमांशु के अनुसार जब वह चारों नहर में गिर रहे थे उन्होंने आपस में एक-दूसरे के हाथ पकड़ लिए, जिससे आपस में सभी को डूबने से बचाया जा सके। इसके बाद मेरा हाथ तीनों दोस्तों से छूट गया और वह नहर के एक किनारे से सट गया। वहीं तीनों दोस्त दूसरी साइड निकलने की कोशिश करते हुए नहर में डूब गए। इस दौरान जब मैं आवाज लगाने लगा, तो व्यक्ति ने आवाज सुनकर मौके पर पहुंचकर उसकी जान बचाई।