मुख्य अतिथि अग्रवाल 35 वर्ष के सफल सेवाकाल के बाद 15 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने विदाई सम्मान परेड का निरीक्षण किया व सलामी ली। मुख्य अतिथि को परंपरा का निर्वाह करते हुए फूलों से सुसज्जित खुली जिप्सी में पुष्प वर्षा करते हुए सम्मानपूर्वक मधुबन से प्रस्थान कराया गया। उन्होंने कहा कि नेक नीयती और स्पष्टवादिता का हमेशा सम्मान होता है।
विश्वसनीयता और नेक नियती गुण वाला अधिकारी हर चुनौती पार कर सकता है- अग्रवाल
अपने संबोधन में पूर्व डीजीपी अग्रवाल ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी की सबसे बड़ी शक्ति उसकी विश्वसनीयता और उसकी नेक नियती है। जिस अधिकारी के पास ये गुण हैं, वह बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2 वर्षों तक हरियाणा पुलिस का नेतृत्व करना उनके लिए अत्यंत सौभाग्य और गर्व का विषय है।
उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि उन्हें सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है, इसके लिए वो आभारी है। उन्होंने अपने अनुभव से कहा कि हरियाणा पुलिस, अपराध अनुसंधान, कानून एवं व्यवस्था, खेल के मैदान और मानवीय मूल्यों पर खरा उतरने जैसे किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम है।
मुख्यमंत्री के सामने रखे प्रस्ताव
उन्होंने हरियाणा पुलिस के हित के लिए प्रस्तावों को उदारता के साथ स्वीकार करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। इन प्रस्तावों में कर्मचारियों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दुर्घटना बीमा कवर में एक करोड़ तक की आर्थिक सहायता राशि, मोबाइल फोन भत्ता, थाना मुंशी के लिए तीन हजार रूपये प्रति माह अतिथ्य सत्कार हेतु राशि, सभी पुलिसकर्मियों को अधिकतम 20 दैनिक भत्ते का प्रावधान, सीआइडी व एसटीएफ कर्मी के लिए मूल वेतन का 10 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने के लिए तीन राज्य स्तरीय पदक क्रमशः मुख्यमंत्री वीरता पदक, गृहमंत्री उत्कृष्ट अन्वेषण पदक तथा पुलिस महानिदेशक उत्तम सेवा पदक आरंभ करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे कनाडा में आयोजित विश्व पुलिस एवं फायर गेम्स 2023 में पदक विजेता रहे।
हरियाणा पुलिस के खिलाडियों को भी प्रशस्ति पत्र व नगद ईनाम प्रदान कर सम्मानित किया। हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने डीजीपी अग्रवाल व उनकी पत्नी कल्पना अग्रवाल के साथ आए अन्य अतिथियों का स्वागत किया और डीजीपी अग्रवाल के सेवाकाल की उपलब्धियों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि डीजीपी अग्रवाल 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन्होंने पुलिस अधीक्षक के रूप में सिरसा, करनाल, रोहतक जिला की कमान संभाली। वे डीआइजी सुरक्षा, डीआइजी इंटेलिजेंस, आइजीपी फरीदाबाद, पुलिस आयुक्त फरीदाबाद, आइजीपी सीआईडी, आइजीपी एचएचआरसी, एडीजीपी मुख्यालय, डीजीपी राज्य अपराध शाखा, डीजीपी राज्य सतर्कता ब्यूरो (वर्तमान में एंटी क्रप्शन ब्यूरो) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ी है। उन्होंने डीजीपी अग्रवाल को स्मृतिस्वरूप स्मृतिचिन्ह भी भेंट किया।