Karnal के अल्फा सिटी में एक दर्दनाक हादसे में 50 वर्षीय श्रमिक की मौत हो गई। श्रमिक को बिना सेफ्टी बेल्ट के ऊंचाई पर काम करने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके कारण वह 25-30 फुट की ऊंचाई से गिर गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल श्रमिक को पहले करनाल के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर उनकी स्थिति गंभीर होने पर उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई रेफर किया गया, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतक का आरोप
मृतक के बेटे, विनोद पासवान ने ठेकेदार बब्लू और मकान मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके पिता जगदीश पासवान पिछले 20 साल से ठेकेदार के पास काम कर रहे थे। 27 जनवरी को जब वह अल्फा सिटी के मकान नंबर 89 पर निर्माण कार्य के लिए गए, तो ठेकेदार ने बिना सेफ्टी बेल्ट के काम करने को कहा। जब उनके पिता ने सुरक्षा उपकरण की मांग की, तो ठेकेदार ने कहा कि “सब लोग ऐसा ही काम करते हैं, कोई समस्या नहीं होगी।”
हादसा और इलाज में लापरवाही
विनोद ने बताया कि मजबूरी में उनके पिता ने बांस और बल्लियों के सहारे काम करना शुरू किया, लेकिन अचानक बल्लियां टूट गईं और वे नीचे गिर गए। हादसे में उनकी कमर और छाती की हड्डियां बुरी तरह टूट गईं। इलाज में भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए विनोद ने कहा कि ठेकेदार ने उन्हें बेहतर इलाज कराने के लिए किसी अच्छे निजी अस्पताल में भर्ती नहीं किया, बल्कि सरकारी अस्पताल में भेज दिया, जिससे उनके पिता की हालत और बिगड़ गई। अंततः चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने शुरू की जांच
विनोद की शिकायत पर थाना सदर करनाल पुलिस ने ठेकेदार बब्लू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि जांच के बाद आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजनों और गवाहों ने ठेकेदार की लापरवाही को घटना का मुख्य कारण बताया है।
पुलिस अधिकारी यशपाल ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। विनोद ने बताया कि 2013 में उनकी मां की मौत हो गई थी और अब उनके पिता की भी असमय मृत्यु हो गई है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ और उनकी जान चली गई।