कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में संत कबीर दास की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के उदेश्य से लगी प्रदर्शनी में संत कबीर दास से जुड़े साहित्य और शिक्षाओं को लेकर तस्वीरों को भी लगाया गया है। श्री कबीर धानक समाज धर्मशाला एवं छात्रावास सभा के प्रधान जयनारायण खटक कुराड़ बोले समाज सुधारक व पाखंड की हमेशा संत कबीर दास ने की आलोचना।
श्री कबीर धानक समाज धर्मशाला एवं छात्रावास सभा के प्रधान जयनारायण खटक ने कहा कि गीता महोत्सव में आने वाले लाखों पर्यटकों तक समाज सुधारक एवं पाखंड की हमेशा आलोचना करने वाले महान व्यक्तित्व के धनी संत कबीर दास की शिक्षाओं और आदर्शों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस स्टॉल पर संत कबीर के साहित्य को भी रखा गया है ताकि पर्यटक संत कबीर के साहित्य को जान सके और शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण कर सके। उन्होंने कहा कि संत कबीर जैसी खरी-खरी कहने वाले महापुरुष जनता के दिल में उतर कर समाज को नई दिशा दी मनुष्य में प्यार-प्रेम, सुख-दुख बांटने की शिक्षा भी इस महान संत से मिली है। संत कबीर प्रेम-भाईचारा, मानवता और सामाजिक एकता के प्रतीक थे।