हरियाणा के जिला फतेहाबाद में विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने शनिवार दोपहर को शहर के सार्वजनिक शौचलयों और कचरा डंपिंग प्वाइंट का निरीक्षण किया। शहरभर में सफाई व्यवस्था का जायजा लेते हुए मंत्री भड़क उठे और अधिकारियों को फटकार लगा डाली। उन्होंने डंपिंग प्वाइंट और शौचालयों में फैली गंदगी पर अधिकारियों से जवाब तलब किया है। देवेंद्र बबली फतेहाबाद में गीता महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अचानक शहर का दौरा शुरू कर दिया।
कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली सबसे पहले नगर परिषद कार्यालय के सार्वजनिक शौचालय में पहुंचे। यहां पर फैली गंदगी को देखकर भड़क उठे और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर आपके खुद के कार्यालय के यह हाल हैं तो शहर के अन्य शौचालयों का क्या हाल होगा। देवेंद्र बबली ने नगर परिषद अधिकारियों को 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सफाई व्यवस्था का सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को नसीहत देते हुए यहां तक कह डाला कि अगर सफाई देखनी है तो कभी दिल्ली जाकर देखो। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को साथ लेकर शहर के सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया।
इस दौरान मंत्री देवेंद्र बबली लेबर शेड के पास शौचालय पर पहुंचे, जहां उनके गंदगी फैली मिली। शहर के पुराना बस अड्डा के पास बने शौचालय का निरीक्षण किया तो टूंटी टूटी हुई पाई गई और दरवाजे तक टूटे मिले। इस दौरान उन्हें पोस्टर भी लगे मिले। इस दौरान मंत्री देवेंद्र बबली के साथ डीएमसी संजय बिश्रोई, कार्यकारी अधिकारी ऋषिकेश चौधरी और कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक मौजूद रहे। मंत्री ने अधिकारियों को अंदर बुलाकर स्थिति से अवगत कराया।
इसके बाद सिवाच अस्पताल के सामने बने कचरा डंपिंग प्वाइंट पर फैली गंदगी और डस्टबिन को लेकर सुधार करने के निदेश दिए। मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त हिदायत दी कि वह एक सप्ताह के बाद दोबारा जांच करेंगे। अगर हालत में सुधार नहीं पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार के लिए एक सप्ताह का समय दिया। उन्होंने शहर के सार्वजनिक शौचालयों की सफाई व्यवस्था को लेकर 18 लाख रुपये महंगे टेंडर पर कहा कि अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। अगर एक सप्ताह के अंदर व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
कचरा डंपिंग प्वाइंट के निरीक्षण के दौरान मंत्री देवेंद्र बबली को जब डस्टबिन नहीं मिले तो उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां पर चहारदीवारी करवाकर हाईड्रोलिक डस्टबिन रखे जाएं। साथ ही सीसीटीवी भी लगवाए जाएं, ताकि अच्छे से निगरानी की जा सके। उन्होंने पोस्टर और होडिंग पर जगह निर्धारित करने की बात कहीं। इसके अलावा लोगों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर फिर भी कोई नहीं मानता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि शहर में डोर टू डोर एजेंसी की ओर से कचरे का समय पर उठान नहीं करने पर नगर परिषद 1.70 लाख रुपये जुर्माना लगा चुका है। डीएमसी की टीम ने शौचालयों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान गंदगी पाई गई थी। जिस पर नगर परिषद ने एजेंसी को नोटिस जारी किया था।