77

Video: गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई तक नहीं रुकेगा आंदोलन: टिकैत

हरियाणा

● किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया, बोले – किसान आंदोलन को कमजोर करने की हो रही कोशिश।
● पंजाब बॉर्डर से गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं की रिहाई की मांग, बोले – जबरदस्ती न करें सरकार।
● एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) करेगा आगे की रणनीति पर विचार, देशभर में आंदोलन तेज करने की चेतावनी।

हरियाणा पुलिस भी दोनों बॉर्डर पर पहुंचेगी, जिसके बाद सीमेंट की बैरिकेडिंग हटाई जाएगी। इसके बाद शंभू बॉर्डर से जीटी रोड वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

Whatsapp Channel Join


Rakesh Tikait Statement: पंजाब में किसान आंदोलन को लेकर अब माहौल और गर्म हो गया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए किसान आंदोलन को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने पंजाब सरकार को भी चेताया कि वह पुलिस बल के जरिए किसानों पर कार्रवाई करने से बाज आए, नहीं तो पूरा देश इस आंदोलन का हिस्सा बन जाएगा।

राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को बातचीत के नाम पर गुमराह कर रही है और आंदोलन को जानबूझकर लंबा खींच रही है। उन्होंने चंडीगढ़ में किसानों और सरकार के बीच हुई वार्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर बार सरकार डेढ़-डेढ़ महीने का समय दे रही है। पहले 4 मई की तारीख दी गई है, फिर आगे और 50 दिन बढ़ा दिए जाएंगे। टिकैत ने पूछा – क्या किसानों को इसी तरह थकाने की कोशिश की जा रही है?

उन्होंने पंजाब सरकार को सलाह दी कि किसानों के साथ जबरदस्ती करने से बचें और बातचीत से समाधान निकालें। टिकैत ने यह भी कहा कि अगर जबरदस्ती की गई तो पंजाब ही नहीं, पूरे देश में किसान आंदोलन तेज हो जाएगा। उन्होंने यह मांग भी रखी कि गिरफ्तार किए गए सभी किसान नेताओं को तुरंत रिहा किया जाए।

टिकैत ने कहा कि किसानों की मुख्य मांगें एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करना, बिजली संशोधन विधेयक को वापस लेना और सी2+50% फॉर्मूले के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करना है। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों की ओर से जल्द ही इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

उन्होंने देश के सभी किसानों से इस आंदोलन को ध्यान में रखने और सतर्क रहने की अपील की। टिकैत ने साफ कहा कि अगर किसानों के साथ ज्यादती की गई, तो पूरे देश में इसका असर होगा और किसान संगठन बड़ा निर्णय लेंगे।

वहीं, पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद आज हरियाणा पुलिस भी दोनों बॉर्डर पर पहुंचेगी, जिसके बाद सीमेंट की बैरिकेडिंग हटाई जाएगी। इसके बाद शंभू बॉर्डर से जीटी रोड वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

इससे पहले किसानों की केंद्र सरकार के साथ चंडीगढ़ में 7वीं वार्ता बेनतीजा रही। इस मीटिंग से बाहर आए किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। जगजीत सिंह डल्लेवाल को रात को जालंधर के PIMS अस्पताल लाया गया। गुरुवार सुबह पुलिस उन्हें लेकर निकल गई।