Kisan Andolan 2 Live Updates : किसान आंदोलन की दशा और दिशा तय करने के लिए हरियाणा के जिला रोहतक में किसानों को समर्थन देने को लेकर प्रदेश की सर्व खाप की बैठक शुरू हो चुकी है। रोहतक के गांव टिटौली गांव में चल रही सर्व खाप की पंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष प्रीत सिंह, किसान नेता मोनिका सिसरोली और सुमन हुड्डा पहुंचे। बैठक की अध्यक्षता कुंडू खाप के राष्ट्रीय प्रधान जयबीर कुंडू कर रहे हैं। बता दें कि किसान 10 मार्च को ट्रेनों का चक्का जाम करेंगे।
हरियाणा के जिला रोहतक के गांव टिटौली में किसान आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए सर्व खाप की पंचायत जारी है। बैठक में किसान आंदोलन को मजबूती देने और उसकी दशा-दिशा तय करने पर खापों और किसान संगठनों के नेताओं के बीच मंथन चल रहा है। गौरतलब है कि फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून सहित अन्य मांगों को लेकर किसान 13 फरवरी से आंदोलनरत हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा जमाए बैठे हैं। वहीं किसान नेताओं ने अपनी मांगों पर समाधान होने तक आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।
बता दें कि आंदोलन की दशा-दिशा तय करने के लिए ही रोहतक में किसान आंदोलन को समर्थन देने को लेकर हरियाणा की सर्व खाप की बैठक रखी गई है। बैठक में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी सहित कई बड़े किसान नेता मौजूद हैं। वहीं दोपहर 3:30 बजे किसान नेताओं ने पत्रकारवार्ता भी बुलाई है।
माना जा रहा है कि कल यानि 10 मार्च को ट्रेनों का चक्का जाम करने और आंदोलन की गति बढ़ाने को लेकर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। बता दें कि किसान नेताओं ने आज चंडीगढ़ के सेक्टर 35 स्थित किसान भवन में दोपहर 3:30 बजे पत्रकारवार्ता रखी है। जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा दोनों संगठन मिलकर बड़ा निर्णय ले सकते हैं।
गौरतलब है कि किसान नेताओं ने हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान मारे गए युवा किसान शुभकरण सिंह की 4 मार्च सोमवार को अंतिम अरदास एवं श्रद्धांजलि सभा के बाद आर पार की लड़ाई का ऐलान किया था। किसान नेताओं ने कहा था कि चाहे आचार संहिता लगे या चुनाव हो, मांगों का ठोस समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान किसान नेताओं ने 6 मार्च को दिल्ली कूच करने और 10 मार्च को ट्रेनों का चक्का जाम करने का आह्वान किया है। किसान नेताओं ने देशभर के अन्य किसानों और संगठनों से जुड़ने की भी अपील की है। अब माना जा रहा है कि अलग-अलग हिस्सों में बंटे किसान संगठन एकजुट होकर सरकार से आर पार कर सकते हैं।