नूंह जिले के नगीना खंड की गांव पंचायत भादस की पूर्व महिला सरपंच और वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अंजू बाला, मनरेगा एबीपीओ साजिद और मेट पर मनरेगा में फर्जी जॉब कार्डों के आधार पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। मामले की जांच के लिए सीएम फ्लाइंग रेवाड़ी की टीम ने कार्रवाई की है।
सीएम फ्लाइंग के एएसआई सचिन कुमार ने नगीना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें वर्ष 2020–21 में एक शिकायत मिली थी, कि ग्राम पंचायत भादस में मनरेगा योजना के तहत सरपंच और पंचायत विभाग के अधिकारी मिलकर फर्जी जॉब कार्डों के माध्यम से गांव में निर्माण कार्य कराए। इस शिकायत पर निष्पक्ष तरीके से जांच की गई। जिसमें पता चला कि सरपंच ने जिन मजदूरों के जॉब कार्ड बनवाए थे, वे मजदूर कभी मनरेगा में काम नहीं कर चुके थे। उन्होंने बताया कि फर्जीवाड़ा यही नहीं रुका, बल्कि जॉब कार्ड किसी अन्य व्यक्ति का था और उनका बैंक खाता भी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर खुलवाया गया था। गांव में सैकड़ों लोगों के जॉब कार्ड बनाए गए थे, जिन्हें मनरेगा में काम करने का अधिकार था। यह कार्य सरपंच और पंचायत विभाग के अधिकारियों ने मशीनों का उपयोग करके किया और मनरेगा मजदूरों के फर्जी बैंक खातों में पैसे डालकर निकाले गए।
70,452 रुपए का मिला गबन
सचिन कुमार ने बताया जांच में कुल 70,452 रुपए का गबन पाया गया है। जांच अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि इस मामले में पूर्व सरपंच अंजू बाला, मनरेगा एबीपीओ साजिद हुसैन और मेट (मनरेगा की मॉनिटरिंग करने वाला) के खिलाफ आईपीसी की धाराएं 120बी, 409, 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया। अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं और मामले की जांच कर रहे हैं। मामले में कौन-कौन संलिप्त है और कितना गबन हुआ है, यह भी जांचा जा रहा है।