Nuh जिले के इंडरी खंड के कालियाका गांव में दिसंबर 2022 में मनरेगा के नियमों(Mnrega Scheme) के खिलाफ मजदूरों की जगह मशीनों से कार्य कराने के मामले में पुलिस ने ग्राम सचिव सुंदर सिंह को गिरफ्तार(Arrest) कर लिया है। मामले में पुलिस ने सुंदर को कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया। अब तक मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी(Arrest) हो चुकी है और कुल छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
कालियाका गांव के ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि मनरेगा के तहत मजदूरों की बजाय मशीनों से काम करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री उड़न दस्ते ने इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए पहले बैंक कैशियर मोहम्मद हनीफ और सहायक लेखाकार पवन कुमार को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि जिन मजदूरों के नाम पर जॉब कार्ड बनाए गए थे, उनके खातों में पैसे डालकर निकाल लिए गए। इसमें तत्कालीन इंडरी बीडीपीओ वीरेंद्र सिंह, सहायक लेखाकार पवन कुमार, ग्राम सचिव सुंदर सिंह, बैंक शाखा प्रबंधक मुबीन खान, कैशियर मोहम्मद हनीफ और साजिद शामिल थे।

रोजका मेव थाना प्रभारी देवेंद्र मान ने बताया कि कालियाका गांव में मनीराम के खेत से कमेटी कार्यालय इंडरी तक रास्ते में मिट्टी भरने और डब्ल्यूबीएम बिछाने का काम किया गया था। इसमें मजदूरों की बजाय मशीनों का उपयोग किया गया। इस काम के लिए 3,67,920 रुपए मजदूरी और 5,14,037 रुपए निर्माण सामग्री का खर्चा दिखाया गया, कुल मिलाकर 8,81,960 रुपए खर्च दिखाए गए।
फर्जी दस्तावेजों पर खुलवाए गए बैंक खाते
जांच में पाया गया कि फर्जी दस्तावेजों पर 51 बैंक खाते गुड़गांव केंद्रीय को-ऑपरेटिव बैंक पुनहाना में, 15 खाते सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक इंडरी में, एक खाता बैंक ऑफ कॉमर्स नगीना में, एक खाता बैंक ऑफ कॉमर्स सेक्टर 32 गुरुग्राम में और दो खाते आईडीबीआई स्यारोली गांव में खोले गए थे। इन खातों में पैसे डालकर निकाल लिए गए, जबकि जिनके नाम पर खाते खोले गए थे, उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी।

तीन गिरफ्तार, तीन अभी भी फरार
मामले की जांच कर रहे सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र ने बताया कि अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और तीन अन्य की गिरफ्तारी अभी बाकी है। क्राइम ब्रांच नूंह प्रभारी अमित श्योकंद ने बताया कि ग्राम सचिव सुंदर सिंह को एक दिन की रिमांड पर लेकर जेल भेज दिया गया है और जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में पुलिस की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस तरह की धांधली पर जल्द ही पूरी तरह से रोक लगेगी और उन्हें न्याय मिलेगा।