एसडी पीजी कॉलेज पानीपत की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों द्वारा खेल मंत्रालय भारत सरकार प्रायोजित ‘मिशन फिट इंडिया’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि और वक्ता योग एवं सूर्य नमस्कार में ख्याति प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय विश्व चैंपियन संदीप आर्य ने शिरकत की और योग के माध्यम से एनएसएस स्वयंसेवकों और युवाओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत बनने का सन्देश दिया।
इस अवसर पर मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा, एनएसएस अधिकारी डॉ. राकेश गर्ग और डॉ. संतोष कुमारी ने किया। इस अवसर पर डॉ. एसके वर्मा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. वीरेंद्र गिल आदि ने योग प्रशिक्षण का भरपूर लाभ उठाया। विदित रहे कि संदीप आर्य सूर्य नमस्कार के छः बार विश्व चैंपियन रह चुके है। हिसार निवासी संदीप आर्य ने बचपन से ही कड़ी मेहनत और लगन के साथ सफलता की बुलंदियों को छुआ। वर्ष 2015 में उन्होनें 10 किलोमीटर की दौड़ में स्वर्ण, वर्ष 2016 में 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण, वर्ष 2017 में योग में स्वर्ण और वर्ष 2018 में अंतर्राष्ट्रीय योग में स्वर्ण पदक हासिल किया। वर्ष 2018 में 17 घंटे में दस हजार बार लगातार सूर्य नमस्कार करके एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया और दुनिया भर में ख्याति प्राप्त की। इसके बाद उन्होनें वर्ष 2020 में 36 घंटे और 21 मिनट सूर्य नमस्कार करके अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। संदीप आर्य की उपलब्धियों के लिए 2018 में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने योग अवार्ड से सम्मानित किया । उन्हें योग और सूर्य नमस्कार में उनकी उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, हरियाणा मुख्यमंत्री मोहर लाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीर्थ रावत, गवर्नर आनंदीबेन पटेल, केन्द्रीय मंत्री किरण रिजूजी, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल देवव्रत आदि ने सम्मानित किया। भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने वर्ष 2023 में संदीप आर्य को फिट इंडिया मिशन का ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया।

योग को नियमित रूप से करने से रहता है हमारा मन और दिमाग शांत
संदीप आर्य ने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में आलस्य को दूर रखता है, वह जीवन में कुछ भी हासिल कर सकता है। हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य अवश्य निर्धारित करना चाहिए। हमें रात को जल्द सोना और सुबह जल्द उठाना चाहिए। एक दिन में कम से कम 24 मिनट व्यायाम के लिए जरुर निकालने चाहिए और इसमें से भी दस मिनट ध्यान के देने चाहिए। उन्होनें कहा कि हमें रात के समय भोजन कम से कम लेना चाहिए। योग को नियमित रूप से करने से हमारा मन और दिमाग शांत रहता है और यह हमें बीमारियों से बचाता है। ऊर्जावान और तरोताजा रहने के लिए योग से बढ़िया कुछ नहीं है। शरीर को लचीला और फिट बनाए रखने के लिए योग की मदद लेनी चाहिए। योग तनाव को कम करने में भी अत्यधिक सहायक है, योग के अभ्यास की कला व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। यह भौतिक और मानसिक संतुलन हासिल करके शान्त शरीर और मन को प्राप्त करवाता हैं। तनाव और चिंता का प्रबंधन करके योग हमें राहत देता हैं। शरीर में लचीलापन, मांसपेशियों को मजबूत करने और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में भी योग हमारी मदद करता हैं।

योग करने से रोगों से लड़ने की मिलती है क्षमता
प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने कहा कि मानव सभ्यता की शुरुआत से ही योग मनुष्य के साथ रहा है। योग एक विज्ञान है और योग विद्या के अनुसार शिव को पहले योगी या आदि योगी तथा पहले गुरू या आदि गुरू के रूप में माना जाता है। योग एक ऐसी शक्ति है, जिससे हम अपने मन, मस्तिष्क और शरीर को एक सूत्र में पिरो सकते हैं। योग द्वारा शारीरिक ही नहीं, बल्कि उत्तम मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राप्त करने में पूरी सहायता मिलती है। मानसिक शक्तियों के पोषण और विकास के लिए उपर्युक्त चेतना और शक्ति भी योग से प्राप्त होती है। योग के विषय में रुचि जागरण का कारण आधुनिक समाज में मानसिक तनावों की वृद्धि एवं रोगों की दर में वृद्धि का होना है। डॉ. राकेश गर्ग एनएसएस अधिकारी ने कहा कि प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और योगासनों द्वारा हम अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ा सकते है, जिससे हमारी रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है।