पानीपत सेक्टर 13-17 स्थित हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया(Humana People to People India) ऑफिस में संस्था द्वारा संचालित चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड(Children with Special Needs) प्रोजेक्ट द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा और एएनम की क्षमता वर्धन प्रक्षिशण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी को बढ़ाना तथा डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर सुविधा की जागरुकता और थैलासीमिया बीमारी के बारे में जानकारी को बढ़ाना रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेण्टर सिविल हॉस्पिटल टीम से डॉ. अनिल यादव, डॉ. मिनाक्षी एवं नीरू बाला उपस्थित रहें। वहीं ज्योति कॉलोनी बिचपड़ी, अजीज़ुल्लापुर और भैंसवाल क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड प्रोजेक्ट मैनेजर ज्योतिष कुमार द्वारा सभी के स्वागत से किया गया। उसके बाद हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया संस्था के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई कि संस्था किस तरह अलग-अलग कार्यों के माध्यम से लोगों के जन्दगी बदलाव कर रहा है। विश्व और भारत में दिव्यांगता की क्या स्थिति है एवं वे अपने दैनिक जीवन में किस तरह के चुनौतियों का सामना कर रहे है और हम सब उनके जीवन में किस तरह सहयोग कर सकते हैं।
इस दौरान राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में एक लघु फिप्म भी दिखाई गई। मुख्य सलाहकार सुधा झां ने बताया कि संस्था द्वारा बच्चों के लिए पानीपत में कई वर्षों से कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में संस्था इन स्पेशल बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने, दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने, जरूरी उपकरण दिलाने इन सब सुविधाओं में मदद कर रही है। अभी इस प्रयास के माध्यम से संस्था द्वारा वर्तमान में पानीपत के 30 विभिन्न क्षेत्रों में 150 से ज्यादा बच्चों तक पहुंचा गया है। इसे अलावा किस प्रकार सर्वे के बाद इन बच्चों को स्वास्थ्य जांच, जरूरी डॉक्यूमेंट बनवाने एवं लगातार काउंसलिंग में संस्था द्वारा मदद किया जा रहा है।
संस्था कर रही बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का काम
इन बच्चों का स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया जाता है, कुछ बच्चों को खानपुर पीजीआई, कल्पना चावला हॉस्पिटल करनाल इलाज के लिए ले जाया गया। ब्लाइंड बच्चों का आंखों में ऑपरेशन में मदद, पैर हाथ से दिव्यांग बच्चों के लिए स्पेशल स्प्लिंट लगवाने, कानों से नहीं सुनने वाले बच्चों के लिए उनका जांच एवं थेरेपी में सरकारी अस्पताल के माध्यम से मदद की जाती है। इन बच्चों को स्कूल से जोड़कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर इन सब कार्यों में संस्था द्वारा मदद की जा रही है।
32 प्रकार की बीमारी का इलाज मुफ्त
डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेण्टर के डॉक्टर्स के द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वाथ्य कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया। डॉक्टर्स ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वाथ्य कार्यक्रम 0-18 साल तक के बच्चों के लिए है। जिसमे 32 प्रकार के बीमारी का इलाज और सर्जेरी मुफ्त में होता है। जिसमें cochlear implant, स्प्लिन्ट्स (जूतें), ह्रदय बीमारी आदि शामिल हैं। अगर कोई दिव्यांग बच्चा मिलता है, तो उसे किस प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर से जोड़ा जाए।
थैलीसीमिया बीमारी पर हुई विस्तृत चर्चा
साथ ही थैलासीमिया बीमारी के ऊपर भी विस्तृत चर्चा किया गया। थैलासीमिया बीमारी क्या है, यह बीमारी कैसे होता है और इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है और उन्हे इलाज में कैसे मदद मिलती है। कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी, कि इस मीटिंग से उन्हें क्या नए चीजें सीखने को मिला। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही हुमाना संस्था से बस्ता मार्डी, ज्योतिष कुमार, सुधा झा, शाहिना, गीता, दीपक और अनिल उपस्थित रहे।