विद्यार्थियों ने अपना पहला कदम सफलता की ओर बढ़ाकर स्कूल का बढ़ाया गौरव

पानीपत

(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) : दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अपना पहला कदम सफलता की ओर बढ़ाकर अपने स्कूल का गौरव बढ़ाया है।सोनीपत में आयोजित इंटर स्कूल प्रतियोगिता में कुल 36 विद्यालयों के 800 विद्यार्थियों ने अपने हुनर का दमखम दिखाया।जिसमें दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अलग-अलग कार्यक्रमों में अपनी शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

छात्रों ने अलग-अलग वर्गों में अपनी प्रस्तुति देकर अधिकाधिक पुरस्कार प्राप्त किए। कक्षा चार की छात्रा अविका को नीतिपरक दोहा गायन में प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं 12वीं कक्षा की छात्रा प्राचिता को ग्लास पेंटिंग प्रथम पुरस्कार सम्मानित किया। छठी कक्षा की विद्यार्थी रायशा को अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार दिया गया। अंग्रेजी स्पेल बी प्रतियोगिता में आरव सिंगला, आरव अरोड़ा रेयांश और युवान द्वितीय स्थान पर रहे। वहीं कक्षा 12वीं की छात्रा जितेशु दहिया अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही।

विघार्थियों ने किया कला का प्रदर्शन

वहीं कक्षा सातवीं की छात्रा गुरबाणी मक्कड़ ने वाद-विवाद प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया। हिंदी महानायकों के उद्गार घोषणा भाषण में कक्षा 12वीं की छात्रा अर्पित को तृतीय पुरस्कार दिया गया। कक्षा चार की छात्राएं अविका और शायना ने हिंदी नीति दोहा गायन में अपनी प्रस्तुति दी। जिसमें छटी से आठवीं दोहा व पद गायन में स्नेहा और अंशिका ने अपनी प्रस्तुति दी।चंचल और हर्षित कक्षा 12वीं की छात्राएं काव्य पाठ के लिए चुनी गई। वहीं 9वीं से 12वीं वर्ग वाद-विवाद प्रतियोगिता में अपेक्षा और जितेशु दहिया ने भाग लिया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता वर्ग छठी से आठवीं प्रतियोगिता में आकृति मित्तल, ताशवी और अक्षिता मित्तल ने हिस्सा लिया। साथ ही 9वीं से 12वीं कक्षावर्ग में प्रिया और प्राचिता ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।

सफलता की सीढ़ियां चढकर अपनी मंजिल फतेह

विद्यार्थियों की इस सफलता पर शिक्षा एवं प्रशासनिक निदेशिका अर्चना जैन ने सभी प्रतियोगियों व विजयी प्रतिभागियों का सहर्ष अभिनंदन किया। सभी बच्चों को सम्मानित करते हुए जैन ने कहा कि जिस प्रकार गहरी निष्ठा से उपजी हुई बातें बाहरी समर्थन की मोहताज नहीं होती, उसी प्रकार हुनर भी किसी समर्थन का मोहताज नहीं होता। आप कदम दर कदम सफलता की सीढ़ियां चढकर अपनी मंजिल फतेह करें।