Haryana : रेवाड़ी जिले के सुठाना के पास एक युवक(young man) की उसके जन्मदिन पर गोली मारकर हत्या(murdered on his birthday) कर दी गई। युवक दुकान बंद कर अपने दोस्त के साथ बाइक पर घर लौटने की तैयारी कर रहा था। तभी कार और बाइकों पर सवार होकर आए बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जिसमें एक गोली युवक के सीने(shot him in the chest) में लगी और युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव रानौली प्राणपुरा निवासी दिनेश के रूप में हुई है। मृतक 5 बहनों का इकलौता भाई(only brother of 5 sister) था। उसकी 3 बड़ी बहनें और 2 छोटी बहनें हैं, दिनेश शादीशुदा था। उसका एक 5 साल का बेटा और 7 साल की बेटी है। कसौला थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना से कुछ देर पहले मृतक व्यक्ति का मोमोज की दुकान पर झगड़ा हुआ था। हमलावरों को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा CIA की टीमें छापेमारी कर रही हैं। गोली मारने वाले 2 हमलावरों की पहचान हो गई है। इनमें एक जलियावास गांव तो दूसरा गांव पातुहेड़ा का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी जिले के गांव रानौली प्राणपुरा निवासी दिनेश(35) की बावल रोड पर सुठानी-जलियावास के बीच मसाले की दुकान है। शुक्रवार को उसका जन्मदिन था। वह अपने ही गांव के एक दोस्त, जो रेवाड़ी के एक मॉल में काम करता है।
शुक्रवार रात वह अपने दोस्त के साथ दुकान पर बैठा था। जन्मदिन होने के कारण उसने अपने नौकर को दोस्त के लिए पार्टी देने के लिए मोमोज लाने के लिए सुठाना के पास एक दुकान पर भेजा था। बताया जा रहा है कि मोमोज की दुकान पर खड़े एक शख्स ने किसी बात को लेकर दिनेश के नौकर को थप्पड़ मार दिए। नौकर ने वापस दुकान पर आकर दिनेश को बताया। दिनेश तुरंत मोमेज की दुकान पर पहुंचा और उसने नौकर की पिटाई करने वाले शख्स को थप्पड़ मार दिए। इसके बाद वह वापस दुकान पर आकर बैठ गया।
दोस्त ने तुरंत पुलिस को दी सूचना
रात करीब पौने 9 बजे वह अपनी दुकान को बंद कर दोस्त के साथ बाइक पर सवार होकर घर के लिए निकलने वाला ही था। तभी एक कार और बाइकों पर सवार होकर कुछ बदमाश आए। बदमाशों ने आते ही दिनेश पर फायरिंग कर दी। एक गोली दिनेश की छाती में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद हमलावर फरार हो गए। दिनेश के दोस्त ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
हमलावरों का नहीं लगा सुराग
सूचना के बाद पुलिस के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने नाकाबंदी भी की, लेकिन हमलावरों का सुराग नहीं लग पाया। शव को नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया है। मामले मे पुलिस कैमरे पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। बल्कि अपने से ऊपर रैंक के अधिकारियों पर पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। इस संदर्भ में पुलिस कप्तान से भी सम्पर्क करने का प्रयास किया मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया।