राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम बाबा के फाल्गुन मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर भारत के कई राज्यों से बड़ी संख्या में यात्री रींगस तक सफर करते हैं। भीड़ के बढ़ते दबाव को देखते हुए रेलवे ने इस बार एक अहम कदम उठाया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने रेवाड़ी से होकर गुजरने वाली 7 ट्रेनों में कुल 28 अतिरिक्त कोच जोड़ने का निर्णय लिया है।
रेलवे ने यह निर्णय दिल्ली में हाल ही में बढ़ी भीड़ और भगदड़ की घटनाओं को देखते हुए लिया है, ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में कोई परेशानी न हो। यह अस्थायी बढ़ोतरी 28 फरवरी से लागू होगी और जरूरत पड़ने पर इसमें और बदलाव किया जा सकता है।
खाटू श्याम फाल्गुन मेला: आस्था का महासंगम
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है। हर साल फाल्गुन माह में विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु शामिल होते हैं। खासतौर पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मेले में आते हैं।
रींगस रेलवे स्टेशन खाटू श्याम जाने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जहां से भक्त सड़क मार्ग द्वारा मंदिर तक पहुंचते हैं। रेवाड़ी इस यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन है, जहां से बड़ी संख्या में यात्री ट्रेन पकड़कर रींगस तक जाते हैं।
इन ट्रेनों में जोड़े जाएंगे अतिरिक्त कोच
रेलवे ने भक्तों की सुविधा के लिए 7 ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे लगाने का निर्णय लिया है, जिससे अधिक से अधिक लोग आसानी से यात्रा कर सकें। यह सभी ट्रेनें रेवाड़ी से होकर गुजरती हैं, जिससे दिल्ली और हरियाणा से आने वाले यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।
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रेलवे के अनुसार हर साल खाटू श्याम मेले में बढ़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए खास इंतजाम करता है। इस बार दिल्ली में बढ़ी भीड़ और भगदड़ को देखते हुए ट्रेनों में अस्थायी रूप से अतिरिक्त कोच जोड़े जा रहे हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी न हो। रेलवे लगातार भीड़ की निगरानी करेगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कोच की संख्या को और बढ़ाया भी जा सकता है।