सोनीपत में बागवानी के क्षेत्र में भी ओलावृष्टि से काफी नुकसान में किसानों को हुआ है और ऐसे में जिला बागवानी अधिकारी डॉ राकेश कुमार ने राई विधानसभा क्षेत्र के खेतों में पहुंचकर जायजा लिया है।
बता दें कि ओलावृष्टि के चलते हुए बेल की सब्जियों के साथ-साथ खरबूजा-तरबूज के पौधे पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। खेत में किसान द्वारा लगाई गई लागत के साथ-साथ पैदावार से होने वाला मुनाफे से भी हाथ धोना पड़ा है। किसान को प्रति एकड़ करीब तीन से चार लाख रुपये नुकसान उठाना पड़ेगा। किसान बड़ा मायूस नजर आ रहा है और जहां किसान ने आधुनिक खेती के तौर पर मल्चिंग व लौटनल विधि के माध्यम से नवंबर में फसल के लिए बिजाई की थी। महीना भर में खरबूजा और तरबूज की पैदावार शुरू होनी थी। हाल में हुई ओलावृष्टि के चलते फसल तैयार होने से पहले ही पूरी तरह से पौधे बर्बाद हो गए हैं।
90 प्रतिशत फसल को नुकसान
किसान ने बताया कि 6 एकड़ में खरबूजा और 1 एकड़ में तरबूज की फसल लिए पौधे लगाए हुए थे। 25 मार्च से के आस-पास से खरबूजे की फसल तैयार होकर बाजार में बिकने के लिए चली जाती है। ओलावृष्टि के चलते अब फसल को पूरा 90 प्रतिशत नुकसान हो गया है। किसान ने बताया कि पिछली बार उन्होंने 3 एकड़ में अपनी खरबूजे की खेती की थी, लेकिन बढ़ती हुई डिमांड के चलते इस बार 6 एकड़ में उन्होंने खरबूजा लगाया, लेकिन ओलावृष्टि ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
अब खरबूजे की खेती से कोई भी उम्मीद नहीं
किसान का कहना है कि एक एकड़ से पैदावार होने के बाद करीबन 5 से 6 लख रुपए का फायदा मिल जाता था। किसान ने मायूस होकर कहा है कि अब खरबूजे की खेती से कोई भी उम्मीद नहीं है, पौध पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं। सरकार से मांग करते हुए किसानों ने कहा कि सरकार की तरफ से सब्जियों की गिरदावरी करवा कर मुआवजा दिया जाए।