हरियाणा के राजीव गांधी एजुकेशन सिटी स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में जातिगत गणना का मुद्दा गर्माता नजर आ रहा है। यूनिवर्सिटी में जातिगत गणना सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्रों द्वारा यूनिवर्सिटी में विवादित नारे लगाए हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में छात्र-छत्राओं का एक समूह ब्राह्मणवाद-बनियावाद मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा की अशोका यूनिवर्सिटी में पिछले 8 दिनों से स्टूडेंट्स का हल्ला बोल चल रहा है। स्टूडेंट्स अपनी 3 मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान वह क्लास रूम में जय भीम-जय भीम, जय सावित्री-जय फातिमा के नारे लगाते हुए ब्राह्मण-बनियावाद मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। स्टूडेंट्स के प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया के एक्स पर जमकर वायरल हो रहा है। साथ ही सोशल मीडिया के ट्विटर पर लिखा जा रहा है कि स्टॉप टारगेटिंग ब्राह्मण-बनिया।

उधर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह आंदोलन 8 दिन पहले शुरू हुआ था। प्रदर्शनकारी छात्र नेता कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान उठाई गई जनगणना की मांग की तर्ज पर यूनिवर्सिटी में जाति आधारित जनगणना की मांग कर रहे थे। छात्रों की मांग है कि यूनिवर्सिटी में हर साल जातीय जनगणना कराई जानी चाहिए। जिससे पता चल सके कि यूनिवर्सिटी में सामान्य वर्ग के कितने छात्र हैं और कितने ओबीसी या एससी-एसटी वर्ग से हैं। जाति जनगणना के अलावा छात्रों की मांग है कि देर से आने पर लगने वाले फाइन को खत्म किया जाए। डॉ. भीमराम आंबेडकर की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। साथ ही उनकी तीसरी मांग है कि लेट फीस पेमेंट पॉलिसी में संशोधन किया जाए।

स्टूडेंट्स का कहना है कि जब उनका एडमिशन हुआ था, तब यूनिवर्सिटी ने फीस को लेकर कोई भी बात नहीं की थी, लेकिन अब नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि इस मामले में अशोक यूनिवर्सिटी की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया है। जिसमें छात्रों की मांगों पर विचार करने की बात कहीं गई है। हालांकि हिंदू विरोधी नारेबाजी करने वाले छात्रों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया।
बताया जा रहा है कि धरने पर बैठे स्टूडेंट़्स पिछले 6 दिन से यूनिवर्सिटी के अंदर धरना दे रहे थे, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी तीनों मांगों को मानने से मना कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स दो दिन से यूनिवर्सिटी के बाहर धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि संविधान में जो हक है, वही मांग की जा रही है। वहीं स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके द्वारा कोई भी वीडियो वायरल नहीं किया गया हैं, जबकि सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स के खिलाफ लगातार वीडियो वायरल किए जा रहे हैं।

बता दें कि अशोक यूनिवर्सिटी का विवादों से पुराना नाता रहा है। जनवरी 2021 में अशोक यूनिवर्सिटी में नीलांजन सरकार नाम के प्रोफेसर ने भाजपा की आलोचना के बहाने भगवान राम का मजाक उड़ाया था। एक्स पर उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा था कि पूरी तरह अद्भुत! यह नेताजी सुभाष चंद्र बोस नहीं हैं। यह प्रसिद्ध बंगाली अभिनेता प्रोसेनजीत चटर्जी की एक तस्वीर है, जो एक फिल्म में नेताजी का किरदार निभा रहे हैं। इसके अलावा भी अशोका यूनिवर्सिटी कई बार विवादों के घेरे में घिर चुकी है।