Rumor of fire in Sachkhand Express

सोनीपत में Sachkhand Express में आग लगने की अफवाह से मची भगदड़, दूसरी Train की चपेट में आने से 2 की मौत

सोनीपत

सोनीपत में सचखंड एक्सप्रेस(Sachkhand Express) में आग लगने की अफवाह(Rumors of fire) से भगदड़ मच गई। इसी बीच ट्रेन(Train) की चेन पुलिंग की गई और लोग तेजी से ट्रेन से उतरने लगे। इस अफरा-तफरी में दूसरी लाइन पर आ रही ट्रेन की चपेट में दो युवक आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

हादसा हरसाना रेलवे स्टेशन(Harsana Railway Station) के पास हुआ। वहां पास के खेतों में आग लगाई गई थी और उसका धुआं ट्रेन की तरफ आ रहा था। इसी धुएं को देखकर किसी ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन में आग लग गई है। मृतकों में एक युवक की पहचान अंकुर के रूप में हुई है, जो कैथल के पूंडरी का रहने वाला था और भजन गायक का काम करता था। दूसरे मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) मामले की जांच कर रही है। GRP सोनीपत के ASI अजय ने बताया कि सूचना मिली थी कि हरसाना के पास रेलवे लाइन पर शव पड़े हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां दो युवकों के शव पाए गए। जांच में पता चला कि ये मौतें ट्रेन में आग की अफवाह की वजह से हुई भगदड़ के कारण हुई हैं।

Rumor of fire in Sachkhand Express - 2

हादसा कुछ इस तरह हुआ कि मंगलवार को दिल्ली से अंबाला जा रही सचखंड एक्सप्रेस सोनीपत जिले के हरसाना रेलवे स्टेशन के पास पहुंची। उस समय पास के खेतों में फसल के अवशेष जलाए जा रहे थे। हवा के कारण धुआं ट्रेन तक पहुंच गया और लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि ट्रेन में आग लग गई है।

लोगों ने तेजी से उतरना कर दिया शुरू

इस शोर-शराबे के बीच यात्री घबरा गए और चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। लोग तेजी से ट्रेन से उतरने लगे और कुछ लोग गलत दिशा में उतर गए। इसी दौरान दो युवक दूसरी पटरी पर सामने से आ रही ट्रेन की चपेट में आ गए। मृतक अंकुर सचखंड एक्सप्रेस में औरंगाबाद से करनाल जा रहा था। जीआरपी ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। रेलवे पुलिस और प्रशासन को भी ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए तत्पर रहना चाहिए।

Rumor of fire in Sachkhand Express - 3

ट्रेन के आस-पास रखनी चाहिए निगरानी

घटना का यह पूरा विवरण बताता है कि कैसे एक छोटी सी अफवाह ने दो युवकों की जान ले ली। यात्रियों में सुरक्षा और संयम की कमी ने हादसे को और गंभीर बना दिया। घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। रेलवे प्रशासन को धुएं और आग जैसी संभावित खतरों के बारे में यात्रियों को जागरूक करना चाहिए और ट्रेन के आसपास के क्षेत्रों में आग पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।

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