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Surajkund Mela: 31 साल बाद ओडिशा की वापसी, फिर बना थीम स्टेट, दिखेगी अद्भुत सांस्कृतिक झलक, जानिए मेले से जुड़ी हर जानकारी

हरियाणा फरीदाबाद

Faridabad हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित होने वाले 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार ओडिशा को थीम राज्य बनाया गया है। मेला 7 से 13 फरवरी 2024 तक आयोजित होगा। यह गौरव ओडिशा को 31 साल बाद दोबारा प्राप्त हुआ है। इससे पहले 1993 में ओडिशा को थीम राज्य का दर्जा दिया गया था। इस ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा हरियाणा पर्यटन विभाग ने की है।

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मेला परिसर में दिखेगा ओडिशा का सांस्कृतिक वैभव

ओडिशा का समृद्ध सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर इस बार मेले की मुख्य आकर्षण होगी। मेला परिसर को ओडिशा की सांस्कृतिक और पारंपरिक झलकियों से सजाया जाएगा। ओडिशा के कलाकार और शिल्पी 250 से अधिक स्टॉल लगाएंगे, जिसमें उनकी कला और हस्तशिल्प प्रदर्शित होगी। साथ ही, ओडिशा के पारंपरिक नृत्य और संगीत से पर्यटकों का मनोरंजन किया जाएगा। थीम राज्य को समर्पित एक विशेष जोन तैयार किया गया है।

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सांस्कृतिक झलकियां और आकर्षण

ओडिशा के पारंपरिक नृत्य जैसे ओडिसी, छऊ और गोटीपुआ मेले का मुख्य आकर्षण होंगे। राज्य के शिल्पकार फाइलिग्री वर्क, पत्थर की नक्काशी, पटचित्र और धातु शिल्प जैसी उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन करेंगे। ओडिशा के पारंपरिक व्यंजन पर्यटकों को स्वाद का अनूठा अनुभव देंगे। हरियाणा पर्यटन विभाग ने ओडिशा की अनूठी सांस्कृतिक धरोहर और समृद्ध शिल्प परंपरा को ध्यान में रखते हुए इसे थीम राज्य के रूप में चुना है। यह न केवल ओडिशा के कलाकारों को एक बड़ा मंच प्रदान करेगा, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को इसकी अनूठी विरासत से परिचित कराएगा।

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बिम्सटेक देशों की भागीदारी

मेले में इस बार बिम्सटेक (BIMSTEC) संगठन के सात देशों– बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड– को भी जोड़ा गया है। ये देश अपने-अपने हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से मेले में भाग लेंगे।

पर्यटकों के लिए खास सुविधाएं

इस साल मेले में पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। परिसर में छह एटीएम लगाए जाएंगे, जिनमें दो मोबाइल एटीएम होंगे। यह कदम पिछले साल के तीन एटीएम की तुलना में अधिक सुविधाजनक होगा।

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मेला परिसर में नई हट्स

मेले में इस बार 1300 हट्स बनाई गई हैं। ये हट्स न केवल अपनी परंपरागत सजावट के लिए खास होंगी, बल्कि इनमें कलाकारों के शिल्प और वस्त्रों का अद्भुत प्रदर्शन भी होगा। तीन दिवसीय गुर्जर महोत्सव के समापन के बाद सूरजकुंड मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। पर्यटन निगम मेला परिसर को भव्य रूप देने के लिए काम कर रहा है।

पर्यटन और संस्कृति का संगम

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला देश-विदेश के शिल्पकारों, कलाकारों और पर्यटकों को एक साझा मंच प्रदान करता है। इस बार ओडिशा के रंग और बिम्सटेक देशों की भागीदारी मेले को और भी खास बनाएंगे।

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