➤भिवानी में लेडी टीचर मनीषा मर्डर केस पर बवाल
➤परिजनों ने शव लेने से किया इनकार, धरना जारी
➤SP बदला, SHO व पुलिसकर्मी सस्पेंड
हरियाणा के भिवानी जिले में लेडी टीचर मनीषा मर्डर केस ने बड़ा रूप ले लिया है। मृतका के परिजन और ग्रामीण लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर रविवार को परिजनों और ग्रामीणों ने दिल्ली-पिलानी रोड पर जाम लगाया और ढिगावा में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरने में आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हो रहे हैं, वहीं भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी और इनेलो जैसे दलों के नेता भी आंदोलन में पहुँच रहे हैं।
मनीषा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए रोहतक PGI भेजा गया था। लेकिन परिजनों ने दोबारा पोस्टमॉर्टम के बावजूद शव लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा।
मामला कैसे शुरू हुआ
13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में मिला था। उसका गला रेता हुआ था। इसके बाद से ही परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। मनीषा के पिता संजय का कहना है कि जब उन्होंने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दी तो पुलिस ने कहा कि लड़की भाग गई है और दो दिन में लौट आएगी। पिता का आरोप है कि यदि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो मनीषा की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस कार्रवाई और सख्त कदम
परिवार और ग्रामीणों के दबाव के बाद सरकार ने सख्ती दिखाई। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर 15 अगस्त को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने SP मनबीर सिंह को हटा दिया और उनकी जगह सुमित कुमार को SP बनाया। इसके साथ ही लोहारू थाना प्रभारी अशोक, महिला ASI शकुंतला और डायल-112 की ERV टीम के ASI अनूप, कॉन्स्टेबल पवन और SPO धर्मेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई।
वहीं, घटनास्थल के आसपास लगातार धरना जारी है और ग्रामीणों ने साफ कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।