Haryana के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले गरीब और मेधावी छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। अब उन्हें डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए निजी कोचिंग संस्थानों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। राज्य सरकार ने ऐसे छात्रों के लिए मुफ्त मेडिकल कोचिंग की सुविधा देने का निर्णय लिया है, जिससे वे नीट और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में सफलता हासिल कर सकेंगे।
क्या है इस योजना का मकसद?
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए विभाग को निर्देश दिए हैं कि कक्षा 10वीं और 12वीं के मेडिकल स्ट्रीम के छात्रों के लिए इस योजना का खाका तैयार किया जाए। मंत्री के अनुसार, यह मेडिकल कोचिंग खासतौर पर गरीब परिवारों के बच्चों के लिए होगी, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें।
कैसे होगी कोचिंग की व्यवस्था?
इस योजना के तहत, 5 से 7 गांवों का एक क्लस्टर बनाया जाएगा, और इन गांवों के सरकारी स्कूलों में शाम के समय छात्रों को कोचिंग दी जाएगी। इस पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि जो छात्र महंगे कोचिंग संस्थानों का खर्च नहीं उठा सकते, वे अब आसानी से मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।