दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर करनाल के समीप गुरुवार तड़के सुबह 4 बजे एक तेज रफ्तार वोल्वो बस हादसे का शिकार हो गई, जिससे बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। टक्कर इतनी भयानक थी कि वोल्वो के अगले हिस्से के टुकड़े कई मीटर दूर जा गिरे। हादसे में बस चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दर्जनों यात्री घायल हो गए।
हादसा उस समय हुआ जब हाईवे के किनारे एक वाहन का टायर बदला जा रहा था। उसी समय पीछे से आ रही वोल्वो बस सीधे जाकर उस वाहन में भिड़ गई। अंधेरा और चेतावनी संकेतों की कमी इस टक्कर के मुख्य कारण बताए जा रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस बहुत तेज रफ्तार में थी और ड्राइवर को सड़क पर खड़ा वाहन समय रहते दिखाई नहीं दिया। टक्कर के बाद ड्राइवर बस में बुरी तरह फंस गया, जिसे क्रेन की मदद से निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
बस का सामने का ढांचा पूरी तरह उखड़ गया, शीशे बिखर गए और अंदर की सीटें तक उखड़कर बाहर आ गईं। बस में सवार कई यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं — किसी का गला कट गया, किसी के पैर टूटे, और कई यात्री अंदर ही बेहोश पड़े मिले। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
हादसे के बाद हाइवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। पुलिस और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची, कई घंटे की मशक्कत के बाद बस को हटाया गया और रास्ता बहाल किया गया।