➤रेवाड़ी में ग्रीवेंस बैठक के दौरान मंत्री विपुल गोयल का तहसीलदार पर गुस्सा
➤विवादास्पद जमीन की रजिस्ट्री मामले में बड़ी कार्रवाई के निर्देश
➤महिला सुरक्षा मामले में डीएसपी के खिलाफ चार्जशीट के आदेश
रेवाड़ी के नागरिक उड्डयन एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल की अध्यक्षता में हुई ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में आज प्रशासनिक लापरवाही पर जमकर नाराजगी देखने को मिली। बैठक के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों की गैरजवाबदेही पर मंत्री ने न सिर्फ फटकार लगाई, बल्कि एक तहसीलदार और डीएसपी पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए।

👉 तहसीलदार पर गंभीर आरोप, “सिर्फ चार्जशीट नहीं, होगी बड़ी कार्रवाई”
कोसली क्षेत्र के तहसीलदार जितेंद्र द्वारा कथित रूप से विवादित जमीन की रजिस्ट्री करने के मामले में मंत्री विपुल गोयल ने स्पष्ट किया कि महज चार्जशीट काफी नहीं है। उन्होंने कहा, “चाहे अधिकारी का ट्रांसफर कहीं भी हो जाए, कार्रवाई जरूर होगी।” इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है और आगे की कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
👉 महिला सुरक्षा में लापरवाही, डीएसपी पर गिरी गाज
रेवाड़ी निवासी एक महिला की शिकायत पर मंत्री ने डीएसपी हेडक्वार्टर रविंद्र कुमार के खिलाफ चार्जशीट करने के आदेश दिए। महिला ने बताया कि रात में चार गाड़ियों में सवार 20-22 लोग उसके घर में घुसे, तोड़फोड़ की और बेटियों से छेड़छाड़ की। लेकिन डीएसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर गुमराह किया। बाद में जब उनकी गिरफ्तारी झूठी पाई गई, तो मंत्री भड़क उठे और सख्त लहजे में कहा कि “इन्हें केस से हटाओ और चार्जशीट करो।”
अब इस मामले की जांच खुद रेवाड़ी SP करेंगे ताकि पारदर्शिता बनी रहे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।
👉 DFO की गैरहाजिरी भी सवालों के घेरे में
एक अन्य मामले में जिला वन अधिकारी (DFO) की गैरहाजिरी पर भी मंत्री नाराज दिखे। DFO की जगह उनका जूनियर अधिकारी उपस्थित था, जिन्होंने बताया कि वे चंडीगढ़ में ACS की बैठक में गए हैं। इस पर विपुल गोयल ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि बैठक में शामिल होने का सबूत मांगा जाए। इस मामले की जांच रेवाड़ी डीसी अभिषेक मीणा करेंगे।
👉 पिछली बैठक में भी हुई थी सख्ती
गौरतलब है कि पिछली ग्रीवेंस कमेटी बैठक में भी कंकरवाली रोड पर जोहड़ की पैमाइश में देरी करने पर तत्कालीन तहसीलदार श्रीनिवास को चार्जशीट करने के निर्देश दिए गए थे। मंत्री ने स्पष्ट कहा था, “ऐसी लापरवाही पर किसी को भी सस्पेंड करने में दो मिनट नहीं लगेंगे।”