Haryana के 7 जिलों में रविवार सुबह से बादल छाए हुए हैं, जिनमें पानीपत, करनाल, सोनीपत, हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक और जींद शामिल हैं। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद और यमुनानगर में सुबह बारिश हुई। वहीं, पंचकूला और पलवल में धुंध का असर देखा गया, जिससे ग्रामीण इलाकों में विजिबिलिटी 10 से 50 मीटर तक रही।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर जारी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर आज भी देखने को मिलेगा, जिससे उत्तरी हरियाणा के सात जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, अंबाला और पंचकूला शामिल हैं। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
बर्फबारी का असर: कोल्ड वेव और शीतलहर की स्थिति
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण आने वाले दिनों में हरियाणा में कोहरे, कोल्ड वेव और कोल्ड डे की स्थिति बन सकती है। कुछ स्थानों पर धुंध भी हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि 13 जनवरी से मौसम में बदलाव होगा, जिससे तापमान और गिरने का अनुमान है।
तापमान में गिरावट: हिसार और रोहतक में ठिठुरन बढ़ी
राज्य में बारिश और बादलों के कारण दिन का तापमान गिरकर 8 डिग्री तक पहुंच गया है। हिसार में रात का तापमान 7.6 डिग्री और दिन का तापमान 12.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 7.8 डिग्री कम है। रोहतक में दिन का तापमान 13.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.4 डिग्री कम रहा।
शीतलहर का तीसरा दौर 13 जनवरी से शुरू होगा
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 13 जनवरी से तेज सर्दी का तीसरा दौर शुरू होगा, जो अगले 20 दिन तक जारी रह सकता है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी से ठंड का असर बढ़ेगा, साथ ही हवा की रफ्तार भी तेज होगी।
फसलों के लिए लाभकारी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह हल्की बारिश और ठंडा मौसम गेहूं, सरसों और अन्य फसलों के लिए लाभकारी रहेगा। खासकर, सरसों की फलियों और गेहूं के बालियों के लिए यह मौसम फायदेमंद है, जिससे पूरे प्रदेश में उपज में वृद्धि हो सकती है।