यमुनानगर जिले में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पांच क्लाइंटों का वीजा लगाने के नाम पर संचालिका से 50 लाख रुपये ठग लिए। मौसी के बेटे ने वर्क परमिट लगवाने का झांसा देकर सोनिया सिंधू से ठगी की।
वीजा कंसल्टेंसी संचालक सरोजनी कॉलोनी निवासी सोनिया सिंधू ने अपनी मौसी के बेटे फ्रेंडस कॉलोनी के मनिंद्र सिंह और उसके साथियों गुरमीत सिंह, जस उर्फ जोनी, मनप्रीत, जसबीर नागरा पर ठगी का आरोप लगाया है। बाद में यह वीजा रिजेक्ट हुए तो मामला खुला। थाना शहर यमुनानगर ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे बनाया युवती को अपना शिकार
पुलिस को दी शिकायत में सोनिया सिंधू ने बताया कि उसका बस स्टैंड यमुनानगर के पास सनराइजिज एजुकेशन सेंटर के पास कार्यालय है। वह इमिग्रेशन बेस्ट वीजा कंसल्टेंसी का कार्य भी करती है। उसे अपने क्लाइंट वरिंद्र, साहिल, अमन, करण और नील के पौलेंड में कार्य करने के लिए वीजा और वर्क परमिट बनवाने थे।
इसी दौरान उसकी मौसी का लड़का मनिंद्र सिंह उसे मिला। जिसने उसे बताया कि वह वीजा लगवाने का कार्य करता है। उसकी एंबेसी में जानकारी है। उसका एक दोस्त पौलेंड एंबेसी में लगा हुआ है। कई लोगों के काम उसने कराए हैं। समय से पहले ही वीजा लगवाया है। जिस पर सोनिया उसकी बातों में आ गई और पैसे देने के लिए तैयार हो गई।
20 दिन में वीजा लगवाने का आश्वासन देकर ठगे लाखों
सोनिया सिंधू ने बताया कि आरोपी ने कहा कि वह उसके मोबाइल पर केवल व्हाट्सएप चैट पर ही बात करें। मनिंद्र सिंह ने 20 दिन में वीजा और वर्क परमिट लगवाने का आश्वासन दिया। उसने पौलेंड के लिए छह लाख रुपये और आस्ट्रेलिया के लिए 10 लाख रुपये मांगे। वीजा की जांच कराने पर उसे मनिंद्र पर विश्वास हो गया।
सोनिया ने अपने पांच क्लाइंटों के वीजा के लिए 30 लाख रुपये और 20 लाख रुपये कागजात पास कराने के नाम पर लिए। रुपये लेने के बाद वह क्लाइंटों को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची। जहां पर मनिंद्र के साथी जस और गुरप्रीत मिले। उन्होंने बताया कि अभी क्लीयरेंस नहीं मिली है। एक दिन का समय लगेगा।
वीजा रिजेक्ट होने पर आरोपियों ने किया फोन बंद
सोनिया ने बताया कि उनकी बातों पर शक हुआ तो जानकारी के माध्यम से जांच कराई। जहां पता लगा कि वीजा रिजेक्ट हो गए हैं। जिस पर सोनिया ने मनप्रीत को फोन किया। उधर से मैसेज आया कि वह असिस्टेंट बात कर रहा है। सर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। जिसके बाद उस नंबर पर कई बार मैसेज किए, लेकिन कोई जवाब नहीं किया। काल करने पर कोई जवाब नहीं मिला। मनिंद्र सिंह से भी बात की और पैसे वापस मांगे लेकिन नहीं मिले।