Japan Earthquake : नववर्ष की शुरुआत में ही जापान की धरती ने अचानक हिचकोले खाए हैं। जापान एक बार फिर भीषण भूकंप से दहला है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि भूकंप प्रभावित प्रांत में समुंद्र का जलस्तर डेंजर लेवल पर पहुंच गया है। ऐसे में सुनामी की चेतावनी जारी करते हुए लोगों से घर खाली करने का अनुरोध किया गया है। बताया जा रहा है कि जापान में इस बार 7.4 तीव्रता का भूकंप आया है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार तेज भूकंप के झटके पश्चिमी जापान के इशिकावा प्रांत में महसूस किए गए।
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार भूकंप इशिकावा प्रांत के अनामिजु शहर में आया है। इसका केंद्र धरती से 10 किलोमीटर नीचे था। भारतीय समय के मुताबिक भूकंप के झटके दोपहर करीब 12:40 बजे के आसपास महसूस किए गए है। इसके ठीक 8 मिनट बाद फिर 6.2 तीव्रता का पहला आफ्टर शॉक रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद 5.2 तीव्रता का दूसरा आफ्टर शॉक रिकॉर्ड किया गया। इस तरह 4 तीव्रता वाले कई आफ्टर शॉक रिकॉर्ड किए गए हैं। वहीं प्रभावित क्षेत्र में भूकंप के झटके से खलबली मच गई। लोग घरों और इमारतों से बाहर निकल आए। भूकंप का झटका काफी तेज था। जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना रहा।
उधर सुनामी के खतरे की वजह से स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है। भूकंप की वजह से कई घरों, इमारतों और दुकानों को भी नुकसान हुआ है। जापान के एनएचके ब्रॉडकास्टर की मानें तो जापान सागर तट के साथ निगाटा, टोयामा, यामागाटा, फुकुई और ह्योगो प्रांत में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। जापानी मीडिया के अनुसार फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट पर पैनी नजर रखी जा रही है। इससे पहले जापान में मार्च 2011 में 9 तीव्रता वाले भूकंप के कारण जबरदस्त सुनामी आई थी। तब उठी सुनामी की लहरों ने फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को तबाह कर दिया था। इसे पर्यावरण को नुकसान के लिहाज से बड़ी घटना माना गया था। तब समुद्र में उठी 10 मीटर ऊंची लहरों ने कई शहरों में तबाही मचाई थी। इसमें करीब 16 हजार लोगों की मौत हो गई थी।