राजस्थान के जयपुर में आज कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएलपी लीडर (नेता प्रतिपक्ष) के चयन को लेकर बैठक की जाएगी। बैठक के लिए दिल्ली से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जयपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही तीन ऑब्जर्वर भी जयपुर पहुंच जाएंगे। कांग्रेस पार्टी सीएलपी लीडर को लेकर आज अपना फैसला सुना सकती है। बता दें कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को राजस्थान में ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश में उन्हें ऑब्जर्वर बनाया गया था। हिमाचल में उन्होंने सरकार बनाने में सुखविंद्र सिंह सुक्खू और पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह में तालमेल बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि फिलहाल राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत दर्ज की है। विधानसभा चुनावों की वोटिंग के बाद प्रदेश में 3 दिसंबर को मतगणना की गई। जिसमें भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी है। बता दें कि राजस्थान में भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई है। पार्टी को 199 में 115 सीटों पर जीत मिली है तो वहीं कांग्रेस को केवल 69 सीटों पर जीत मिली। राजस्थान में कांग्रेस की मिली करारी हार के बाद पार्टी के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान को संदेश पहुंचाकर गहलोत को हार का बड़ा जिम्मेदार ठहराया है। कई नेताओं ने पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तक यह संदेश पहुंचाया है कि गहलोत ने पार्टी में नया नेतृत्व तैयार नहीं होने दिया।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि गहलोत ने 30 साल में हर बार हाईकमान विशेषकर गांधी परिवार का उपयोग किया, लेकिन देने की बारी आई तो उन्हें ही आंख दिखा दी गई। हाईकमान की इच्छा को दरकिनार कर गहलोत ने मनमर्जी से फैसले लिए। सूत्रों की मानें तो पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी, गुजरात के पूर्व प्रभारी रघु शर्मा, विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा, खिलाड़ी लाल बैरवा व जीआर खटाना सहित कई नेताओं ने गहलोत को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। 10 वर्षों तक राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के विशेषाधिकारी रहे लोकेश शर्मा का कहना है कि यह कांग्रेस की नहीं, बल्कि गहलोत की हार है। उनका आरोप है कि 25 सितंबर 2022 को आलाकमान के खिलाफ हुआ विद्रोह गहलोत द्वारा प्रायोजित था।
अब मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में सीएलपी लीडर (नेता प्रतिपक्ष) के चयन को लेकर बैठक की जाएगी। कांग्रेस की तरफ से सीएलपी लीडर को लेकर आज अपना फैसला सुनाया जा सकता है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली से जयपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। उनके अलावा तीन ऑब्जर्वर भी जल्द ही जयपुर पहुंचने की बात सामने आ रही है। हुड्डा सीएलपी लीडर के चयन के लिए जयपुर के लिए रवाना हुए हैं।
उधर भाजपा की राजस्थान में बड़े अंतर से जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री का सेहरा किसके सिर बांधा जाएगा, इसकी फिलहाल घोषणा नहीं की गई है। राजस्थान में प्रदेश की राजनीति के सबसे ऊंचे पद यानि मुख्यमंत्री की कुर्सी के कई प्रबल दावेदार सामने आ रहे हैं। इनमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, जयपुर के शाही परिवार की सदस्य दीया कुमारी, अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ, मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार अर्जुन राम मेघवाल और भाजपा के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा का नाम शामिल है। अब भाजपा हाईकमान किसे मुख्यमंत्री के पद पर सुशोभित करता है, यह तो आगामी समय ही बताएगा।