Kisan Andolan 2 Live Updates : किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए करीब 27 दिन से हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा जमाए बैठे हैं। आज देशभर किसानों से रेल रोको का आह्वान किया गया है। जिसके तहत किसान दोपहर 12 से 4 बजे तक पूरे देश में ट्रेनें रोकेंगे। इसी कड़ी में किसान पंजाब के 22 जिलों में 52 जगहों पर ट्रैक पर बैठ गए हैं। वहीं हरियाणा में सिरसा सहित 3 जगहों पर रेलवे ट्रैक जाम किया गया है। यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रहेगा।
बताया जा रहा है कि राजस्थान के पीलीबंगा में किसानों ने रेल रोको आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए भाग लिया है। इस दौरान किसानों ने रेलवे ट्रैक जाम कर एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जताया। राजस्थान के श्री गंगानगर रेलवे स्टेशन पर भी किसान रेलवे ट्रैक जाम करने के लिए पहुंचे। वहीं पंजाब से भी बड़ी खबर सामने आ रही है, अमृतसर में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर दरी बिछाकर धरना जारी कर दिया है। उधर हरियाणा के जिला सिरसा में रेलवे ट्रैक जाम करने जा रहे किसानों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान जब किसान रेलवे ट्रैक पर जाने की जिद पर अड़े रहे तो पुलिस ने करीब 45 किसानों को हिरासत में ले लिया। बता दें कि किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने उत्तर भारत के 30 जिलों में रेल रोकने का आह्वान किया था।

बताया जा रहा है कि किसानों के ट्रैक पर आने से शताब्दी, मालवा और हमसफर एक्सप्रेस के पहिए थम गए हैं। किसान संगठन के नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। केंद्र के साथ हुई बैठकों में भी हमारी मांगों के प्रति कुछ नहीं किया। वहीं किसानों ने एलान किया है कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्वक किया जाएगा। ट्रेनों को रेलवे स्टेशन और क्रासिंग के पास ही रोका जाएगा। उधर रेलवे का कहना है कि अंबाला मंडल में किसानों ने ट्रैक जाम करने के लिए 21 जगहों को चुना है। जिसके चलते करीब 100 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो सकता है।

बताया जा रहा है कि किसानों के धरने के चलते रेलवे ने कुछ गाड़ियों को व्यास और लुधियाना स्टेशन से ही वापस भेज दिया। इनमें शान-ए-पंजाब, अमृतसर एक्सप्रेस, अजमेर एक्सप्रेस, अमृतसर चंडीगढ़ रूट की ट्रेनें शामिल हैं, जिन्हें व्यास और लुधियाना रेलवे स्टेशन से वापसी के लिए रवाना कर दिया गया। ऐसे में जिन यात्रियों को अमृतसर से इन ट्रेनों में बैठना था, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं फाजिल्का में किसानों का रेलवे ट्रैक पर रोष प्रदर्शन जारी है। उधर किसानों के धरने के चलते फिरोजपुर जाने वाली गाड़ी का इंतजार कर रहे यात्रियों को सामान लेकर वापस लौटना पड़ा। रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

गौरतलब है कि देश के कई राज्यों के किसान इस समय आंदोलनरत है। दिल्ली कूच टलने के बाद 27 दिन से किसान हरियाणा-पंजाब के बॉर्डरों पर धरना देकर प्रदर्शनरत हैं। आज किसानों ने रेलवे ट्रैक पर उतरने का ऐलान किया है। किसान आज रविवार को 4 घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन करने जा रहे हैं। किसानों का रेल रोको विरोध दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच होगा। बताया जा रहा है कि किसान पंजाब में 22 जिलों में 52 जगहों पर ट्रैक जाम करेंगे। वहीं हरियाणा के सिरसा में 3 जगह रेलवे ट्रैक जाम करने की तैयारी है। किसान मजदूर मोर्चा के कोऑर्डिनेटर सरवन सिंह पंधेर ने उत्तर भारत के 30 जिलों में रेल रोकने का आह्वान किया है।

रेलवे के अनुसार अंबाला मंडल में किसानों ने ट्रैक जाम करने के लिए 21 जगह को चुना है। जिसकी वजह से काफी ट्रेने प्रभावित होंगी। पुलिस के साथ अब रेलवे पुलिस फोर्स ने भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत रखी है। इसे किसान-मजदूर महापंचायत नाम दिया गया है। किसानों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह एमएसपी को लेकर गंभीर नहीं हैं। सरकार के साथ अब तक की बैठक और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने अपनी बातें रखी हैं।

बताया जा रहा है कि राष्ट्रव्यापी रेल रोको आंदोलन में हरियाणा और पंजाब में लगभग 60 से अधिक स्थानों पर सैकड़ों किसान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। ट्रेनों में कुछ व्यवधान पैदा होने की संभावना है। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने शनिवार को कहा था कि रेल रोको विरोध के दौरान सैकड़ों किसान फिरोजपुर, अमृतसर, रूपनगर, गुरदासपुर जिलों सहित पंजाब के कई स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठेंगे। भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), भारती किसान यूनियन (दकौंदा-धनेर), क्रांतिकारी किसान यूनियन और किसानों के संगठन जो संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा हैं, वह भी रेल रोको आंदोलन में भाग लेंगे। रेल रोको विरोध प्रदर्शन से पहले सभी सीमाओं पर सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है।
वहीं हरियाणा में अधिकारियों ने बड़ी गड़बड़ी से बचने के लिए रविवार को अंबाला जिले में धारा 144 लागू कर दी। राज्य में तनावग्रस्त इलाकों में भी पुलिस की तैनाती की गई है। विरोध प्रदर्शन से आज शहरों के बीच और राज्य ट्रेन शेड्यूल प्रभावित होने की संभावना है। पिछले माह किसानों के पटरियों पर धरना देने के कारण दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कई ट्रेनें देरी से चलीं। रेल रोको विरोध का आह्वान करने वाले किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल का कहना है कि किसान मौजूदा विरोध जगहों पर अपना आंदोलन तब तक तेज करेंगे, जब तक केंद्र उनकी मांगें पूरी नहीं कर लेता।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन और फाटक पर ही रेल रोकनी है, क्योंकि अगर बीच ट्रैक पर बैठेंगे तो नुकसान हो सकता है। यह सांकेतिक आंदोलन रहेगा। पंधेर ने आगे कहा कि मोदी सरकार कह रही है कि यह आंदोलन पंजाब का है। सरकार को अब पता लग जाएगा कि यह आंदोलन किसका है। पंधेर ने माता-बहनों से भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की है।
