हमास से युद्ध की मार झेल रहे इजराइल की मदद के लिए हरियाणा ने अपने हाथ बढ़ाए हैं। बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा हरियाणा अब इजराइल में कर्मचारियों की कमी पूरी करने जा रहा है। इजराइल की मदद के तौर पर हरियाणा की तरफ से 10000 योग्य कर्मचारियों की भर्ती करने का फैसला लिया गया है। जिनका काम कंस्ट्रक्शन के रूप में रहेगा। इन कर्मचारियों को प्रति माह 1 लाख रुपये से अधिक वेतन दिया जाएगा। वहीं हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने इसके लिए भर्तियां निकाली हैं।
गौरतलब है कि अगर आप 10वीं पास हैं और आपको नौकरी की तलाश है तो यह आपके पास सुनहरा अवसर हो सकता है। 10वीं पास को भी अब 1 लाख रुपये से ज्यादा वेतन दिया जा रहा है। यह भी कहना गलत नहीं होगा कि भगवान ने आपकी किस्मत के दरवाजे पर दस्तक दी है। हरियाणा राज्य की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने इजराइल के लिए 10000 कुशल मजदूरों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन निकाला है। जिसके लिए 20 दिसंबर तक आवेदन किया जा सकता है।

बताया जा रहा है कि आवेदक की आयु 25 से 54 वर्ष होना अनिवार्य है। साथ ही कम से कम 3 साल का अनुभव जरूरी है। काम के बदले आवेदक को वेतन के रूप में 6100 एनआईएस (इजराइज की करेंसी) प्रति माह भुगतान की जाएगी। अगर राशि की भारतीय मुद्रा में बात करें तो यह करीब 1 लाख 34 हजार रुपये होगी। इन भर्तियों के लिए रोजगार निगम के निकाले गए विज्ञापन के अनुसार इजरायल में नौकरी के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10वीं पास होना जरूरी है।

हरियाणा सरकार कुशल श्रमिकों को इजराइल भेजने की तैयारी कर रही है। इजराइल भेजे जाने वाले कर्मचारियों को सैलरी के साथ रहने की भी सुविधा दी जाएगी। वहीं इजराइल के साथ सरकार ने दुबई और यूके में भी काम के लिए 170 आवेदन मांगे हैं। दिलचस्प बात यह है कि विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के इस बारे में राज्यसभा को सूचित करने के ठीक एक दिन बाद हरियाणा सरकार यह कदम उठाया है।

निर्माण योजनाओं को पढ़ने में सक्षम होना चाहिए आवेदक
इजराइल में नौकरी की चाह रखने वाले आवेदकों को निर्माण योजनाओं यानि कंस्ट्रक्शन प्लान को पढ़ने की अच्छी जानकारी होना आवश्यक है। आवेदक को इंडस्ट्रियलाइज्ड बिल्डिंग फ्रेमवर्क, वुड फ्रेमवर्क, दीवारों, पलस्तर के काम और छतों की सेरामिक टाइलिंग, प्लास्टरिंग और आयरन बेंडिंग के काम का अनुभव होना चाहिए। बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार ने जारी विज्ञापन में आवेदन मांगे हैं। विज्ञापन में बिल्डिंग फ्रेमवर्क करने वालों के 3000 पद, सेरेमिक टाइल्स लगाने वाले 2000 पद, दीवारों पर प्लास्टर करने वाले 2000 पद और आयरन बेंडिंग करने वाले 3000 पद शामिल हैं। बता दें कि युद्ध के चलते इजरायल में करीब 90000 फलस्तीनियों के वर्क परमिट को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में वहां काम करने वालों की भारी कमी बताई जा रही है। इस दौरान एक ऐसी सूचना भी मिली थी कि इजरायल बिल्डर्स एसोसिएशन की ओर से कंस्ट्रक्शन कर्मचारियों की उपलब्धता के लिए भारत से बातचीत चल रही है।

वर्ष 2014 के बाद बेरोजगारी में रिकॉर्ड तोड़ इजाफा और हरियाणा का बड़ा मुद्दा
गौरतलब है कि हरियाणा में रोजगार का एक बड़ा मुद्दा है। गत दिनों कई ऐसे सर्वे सामने आए हैं, जिसमें हरियाणा में बेरोजगारी के बड़े-बड़े आंकड़े दिखाए गए। श्रम एवं रोजगार के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने जुलाई माह में एक सवाल का जवाब देते हुए संसद में बताया था कि वर्ष 2014 के बाद से हरियाणा में बेरोजगारी 315 फीसदी बढ़ गई है।
एक डाटा के अनुसार जुलाई तक हरियाणा के विभिन्न जिलों में नौकरी की तलाश कर रहे पंजीकृत युवाओं की संख्या 5 लाख 43 हजार 874 थी। अब इस आकड़े में इजाफे के कयास भी लगाए जा रहे हैं। वहीं विपक्ष बेरोजगारी के आकड़ों को लेकर सरकार पर हावी रहा है। इसी वर्ष जुलाई माह में हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के सवाल पर श्रम एवं रोजगार मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा था कि हरियाणा में वर्ष 2013-14 में बेरोजगारी दर 2.9 फीसदी थी, जो वर्ष 2021-22 में बढ़कर करीब 9 फीसदी तक पहुंच गई।

इजराइल ने की थी भारत सरकार से तत्काल 1 लाख कर्मचारियों की मांग
बता दें कि इजराइल में 7 अक्तूबर 2023 को इस्लामिक आतंकवादी संगठन हमास ने हमला कर दिया था। इसके बाद यहूदी मुल्क इजराइल गाजा में इन आंतकियों के खात्मे के लिए जोरदार कार्रवाई कर रहा है। हमास के साथ युद्ध में इजराइल के निर्माण सेक्टर में मजदूरों की भारी कमी सामने आई है। ऐसे में हरियाणा से वहां 10000 कर्मचारी भेजने की तैयारी की जा रही है।
इसके बाद इजराइल ने भारत सरकार से तत्काल 1 लाख कर्मचारियों की मांग की थी। वॉइस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल की कंस्ट्रक्शन से जुड़ी कंपनियों ने सरकार से 1 लाख भारतीय श्रमिकों की भर्ती करने की मंजूरी मांगी थी।
