Himani Narwal Murder: कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या मामले में पुलिस लगातार नए खुलासे कर रही है। आरोपी ब्वायफ्रेंड पुलिस को चौंकाने वाले खुलासे कर रहा है। अब पुलिस घटनास्थल पर जाकर सीन रीक्रिएट कर सकती है।
हत्याकांड से जुड़े कई अहम सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं।

सचिन की एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें वह सूटकेस लेकर जाते हुए दिख रहा है। साथ ही, केस से संबंधित अन्य सबूत जैसे लैपटॉप और अन्य सामान भी बरामद किया जाएगा। इसके अलावा, ऑटो रिक्शा और बस चालकों से भी पूछताछ कर आरोपी के बयान की पुष्टि की जाएगी।

आरोपी सचिन उर्फ ढिल्लू, जो झज्जर के खैरपुर गांव का निवासी है, को दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की दस साल पहले लव मैरिज शादी हुई है और दो बच्चे भी हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 28 फरवरी को उसने हिमानी नरवाल की गला घोंटकर हत्या कर दी थी।

● यह है मामला
हत्या का कारण पैसों को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। दोपहर में झगड़े के बाद सचिन वहां से चला गया, लेकिन शाम करीब 4 बजे फिर से हिमानी के विजय नगर स्थित घर पहुंचा। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई होने लगी। हिमानी का थप्पड़ लगने से तमतमाए सचिन ने पहले उसकी चुनरी से हाथ बांधे और फिर मोबाइल चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी।

हत्या के बाद आरोपी ने शव को बेड पर रखकर रजाई से ढंक दिया और खुद को बचाने की तरकीबें सोचने लगा। उसने घर में पड़े एक सूटकेस को खाली कर उसमें हिमानी का शव डाल दिया। हालांकि, शव ठूंसने की वजह से हाथ-पैर मुड़ गए थे। इसके बाद वह हिमानी की स्कूटी से झज्जर के कानोंदा गांव स्थित अपनी मोबाइल रिपेयरिंग दुकान पर गया और वहां करीब तीन घंटे बिताए।

● सूटकेस में शव डालकर किया ठिकाने लगाने का प्रयास
हत्या के बाद आरोपी सचिन ने हिमानी के जेवरात और लैपटॉप चुराकर एक निजी फाइनेंस एजेंसी के पास गिरवी रख दिए। उसने दावा किया कि अंगूठियां हिमानी ने ही दी थीं, लेकिन पुलिस इसकी जांच कर रही है।

रात करीब 10 बजे सचिन ऑटो रिक्शा लेकर आया और सूटकेस में बंद शव को दिल्ली बाईपास होते हुए सांपला ले गया। वहां बस स्टैंड के पास झाड़ियों में सूटकेस को फेंक दिया।

● हत्याकांड पर गुस्सा, एमडीयू में दी गई श्रद्धांजलि
हिमानी नरवाल की हत्या से उनके समर्थकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी और मांग की कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।