Boxer Mary Kom : भारत की शीर्ष महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने वीरवार को पीटीआई से बातचीत में अपने संन्यास की खबरों को गलत करार दिया है। मैरीकॉम का कहना है कि उन्होंने अभी तक मुक्केबाजी से संन्यास की घोषणा नहीं की है। बता दें कि 6 बार विश्व चैंपियन रही मैरीकॉम ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान शामिल हुई, जिसके बाद उनके सन्यास की अफवाह फैल गई थी। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो बुधवार रात कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने सन्यास की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि कार्यक्रम के दौरान मैरीकॉम का कहना था कि उन्होंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है, लेकिन अभी भी उनमें प्रतिभागिता की भूख है। वहीं अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के नियम के अनुसार ऐसा करने की इजाजत नहीं है। पुरुष-महिला मुक्केबाज केवल 40 वर्ष तक ही मुक्केबाजी कर सकते हैं। उनका कहना था कि वह अभी भी मुक्केबाजी में प्रतिस्पर्धा कर देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं, लेकिन उम्र के कारण वह इस वर्ष से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में मैरीकॉम किसी बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन सकती हैं।

बता दें कि मैरीकॉम ने अपना अंतिम मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रायल के दौरान खेला था। बता दें कि 41 वर्षीय मैरीकॉम ने वर्ष 2012 लंदन ओलिंपिक गेम्स में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। 6 बार विश्व चैंपियन का खिताब हासिल करने वाली वह पहली महिला मुक्केबाज हैं। साथ ही 5 बार एशियाई चैंपियनशिप जीतने वाली इकलौती महिला खिलाड़ी हैं।

वहीं एमसी मैरीकॉम ने वीरवार को अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने अभी तक सन्यास की घोषणा नहीं की है। उन्हें जो कुछ कहना होगा, वह मीडिया के सामने आकर खुद कहेंगी, लेकिन मीडिया की रिपोर्ट्स में उनके सन्यास की सूचना सच नहीं है।

बता दें कि मैरीकॉम पर फिल्म भी बन चुकी है। जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने मैरीकॉम के किरदार को निभाया था। वर्ष 2014 में मैरीकॉम की बायोपिक आई थी, जो बॉक्स-ऑफिस पर काफी हिट रही, उनके प्रशंसकों ने फिल्म को काफी पसंद किया था। वही इस फिल्म पर मैरीकॉम का कहना था कि उनके जीवन पर बनी बायोपिक ड्रामा के बजाय मुकाबलों और रणनीतियों से भरी होनी चाहिए थी।

जुड़वां के साथ 3 बच्चों की मां है मैरीकॉम
बता दें कि मैरीकॉम ने वर्ष 2005, 2006, 2008 और वर्ष 2010 में विश्व चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था। वर्श 2008 का खिताब जीतने के बाद उन्होंने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। जिसके बाद वह ब्रेक पर चली गई थी। फिर वर्ष 2012 में ओलंपिक पदक जीतने के बाद मैरीकॉम ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया और फिर से ब्रेक पर चली गईं। जब उन्होंने फिर से अपनी वापसी की तो उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। वह दिल्ली में आयोजित वर्ष 2018 विश्व चैंपियनशिप में हार गई थी।

दिसंबर में खेलो इंडिया पैरा गेम्स के दौरान मैरीकॉम का कहना था कि वह खेलना चाहती हैं, लेकिन उम्र के कारण वह ऐसा नहीं कर सकती। फिर भी वह मुक्केबाजी से जुड़ी रहने का प्रयास करेंगी। वह पेशेवर बन सकती हैं, लेकिन अभी यह स्थिति साफ नहीं है। उन्होंने अब तक संन्यास की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने अपनी खबर के जरिये पुष्टि की थी कि एमसी मैरीकॉम ने संन्यास ले लिया है।

मैरीकॉम का विवादों से भी रहा नाता, पेशेवर मुक्केबाजी है विकल्प
मैरीकॉम भले की अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के नियमों के कारण मुक्केबाजी नहीं कर सकती, लेकिन उनके पास पेशेवर मुक्केबाजी का विकल्प है। इससे पहले बिजेंद्र सिंह भी प्रोफेशनल मुक्केबाज बन चुके हैं। वहीं अपने करियर के दौरान शीर्ष मुक्केबाज कई बार विवादों से भी घिर चुकी हैं। चाहे वह निखत जरीन के साथ ओलिंपिक ट्रायल विवाद हो या फिर जर्सी पर नाम छपवाने का विवाद रहा हो। इसके अलावा वह कई बार अपने बयानों के कारण भी सुखियों में छाई रही।
