- राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम के आत्मसमर्पण को लेकर मेघालय और यूपी पुलिस में विरोधाभास, दोनों की बयानबाजी से बढ़ा रहस्य
- मेघालय पुलिस का दावा – सोनम ने आत्मसमर्पण किया, यूपी पुलिस का बयान – ढाबे पर रोती हुई बदहवास हालत में मिली
- हत्या में सुपारी देने का आरोप सोनम पर, मेघालय पुलिस के मुताबिक तीन और हमलावरों की गिरफ्तारी हो चुकी, सीबीआई जांच की मांग तेज
इंदौर के नवविवाहित दंपती राजा और सोनम रघुवंशी का मेघालय हनीमून मर्डर केस अब और पेचीदा होता जा रहा है। इस हत्या में जहां सोनम रघुवंशी को मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है, वहीं उसकी गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण को लेकर दो राज्यों की पुलिस आमने-सामने आ खड़ी हुई है।
23 मई को राजा और सोनम मेघालय के सोहरा इलाके में छुट्टियां मनाने पहुंचे थे, जहां से वे अचानक लापता हो गए। 2 जून को राजा का शव एक गहरी खाई में मिला, लेकिन सोनम गायब थी।
मेघालय पुलिस की SIT ने खुलासा किया कि सोनम ने ही राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी थी। इस मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया – एक यूपी से और दो इंदौर से।
क्या सोनम ने आत्मसमर्पण किया?
मेघालय के DGP एल. नोंग्रांग के अनुसार, सोनम ने खुद गाजीपुर (UP) के नंदगंज थाना में आत्मसमर्पण किया। डीजीपी के बयान के मुताबिक, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और बयान में यह भी बताया गया कि सोनम ने हत्या की साजिश कबूली है।
लेकिन यूपी पुलिस की अलग कहानी!
गाजीपुर के एसपी सिटी ज्ञानेंद्रनाथ प्रसाद के अनुसार, 8 जून की रात करीब 2 बजे एक ढाबे पर रोती-बिलखती बदहवास हालत में सोनम मिली, जो खुद को पहचान नहीं पा रही थी। ढाबा संचालक ने 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई।
पुलिस ने उसे पहले अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने खुद को सोनम बताया। इसके बाद उसे वन स्टॉप सेंटर में भेजा गया और मेघालय पुलिस को सूचित किया गया।
अब सवाल यह कि सच्चाई क्या है?
- अगर सोनम ने आत्मसमर्पण किया, तो वह रोती हुई बदहवास हालत में क्यों मिली?
- अगर वह बिना जानकारी के मिली, तो मेघालय पुलिस ने आत्मसमर्पण की बात किस आधार पर कही?
- क्या दोनों राज्यों की पुलिस के बीच संवाद का टकराव जांच को कमजोर कर रहा है?
अब तक की जांच और खुलासे
- राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे सोनम का हाथ होने की बात आरोपियों की कबूलनामे में सामने आई
- सोनम ने कथित तौर पर हनीमून पर ही हत्या की योजना बनाई थी, जिससे पति की गैरमौजूदगी में खुद को सुरक्षित दिखा सके
- हत्या को अंजाम देने के लिए भाड़े के तीन हत्यारों को शामिल किया गया, जिसमें से दो इंदौर और एक यूपी से पकड़ा गया
- मध्य प्रदेश सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमित शाह को पत्र भेजा है
राजा हत्याकांड की टाइमलाइन
- 23 मई: राजा-सोनम मेघालय पहुंचे
- 24 मई से 2 जून: दोनों लापता, फिर राजा का शव खाई में मिला
- 7 जून: सोनम गाजीपुर में मिली या आत्मसमर्पण किया – विरोधाभासी बयान
- 9 जून: हत्या में शामिल 3 लोग पकड़े गए, सोनम को हिरासत में लिया गया
- 10 जून: परिवार और राज्य सरकार की ओर से CBI जांच की मांग तेज

- मेघालय हनीमून पर गए राजा रघुवंशी की हत्या के 7 दिन बाद पत्नी सोनम मिली जिंदा, यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर पहुंची
- सोनम रघुवंशी ने पुलिस के सामने किया सरेंडर, तीन अन्य संदिग्धों के साथ हिरासत में ली गई
- मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने दी जानकारी: 3 हमलावर गिरफ्तार, एक अब भी फरार
मेघालय के शिलांग में हनीमून पर गया इंदौर का कपल अचानक लापता हो गया था, जिसके बाद 7 दिन पहले पति राजा रघुवंशी की लाश एक खाई से बरामद की गई थी। तब से ही पुलिस और परिवार दोनों उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी की तलाश में थे। अब इस हाई प्रोफाइल केस में सस्पेंस और साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है।
पत्नी सोनम जिंदा मिली है और उसने खुद गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के एक ढाबे पर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उसके साथ तीन और लोग भी हिरासत में लिए गए हैं। यह वही लोग हैं जिन्हें पुलिस ने राजा रघुवंशी की हत्या में संलिप्त माना है।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि
राजा और सोनम शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए मेघालय गए थे। 1 जून को वे शिलांग के पास सैर पर निकले, लेकिन 2 जून को राजा की लाश गहरी खाई में संदिग्ध हालत में मिली। पत्नी गायब थी। यह बात सामने आते ही मामला हाईप्रोफाइल बन गया और संदेह की सुई सीधे सोनम की तरफ घूम गई।
पुलिस की शुरुआती जांच में यह भी पता चला था कि सोनम के मोबाइल की लोकेशन राजस्थान, फिर बनारस और फिर गाजीपुर तक ट्रेस हुई। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए तीन राज्यों की सीमा पर तलाश तेज की और आखिरकार सोनम खुद गाजीपुर के एक ढाबे पर सामने आ गई।
सीएम कॉनराड संगमा का बयान
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ट्वीट कर इस केस में पुलिस की सफलता की जानकारी दी। उन्होंने लिखा:
“राजा हत्याकांड में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है, एक महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है।”
इस बयान से साफ है कि राजा की हत्या पूर्व नियोजित थी और इसमें केवल पत्नी ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश से जुड़े अन्य हमलावर भी शामिल थे।
अब तक की कहानी संक्षेप में
- इंदौर के राजा रघुवंशी और पत्नी सोनम हनीमून पर शिलांग गए
- 2 जून को राजा की लाश खाई से मिली, सोनम लापता
- 7 जून को सोनम यूपी के गाजीपुर में मिली, खुद किया सरेंडर
- तीन अन्य आरोपी हिरासत में, एक फरार
- मेघालय पुलिस और एमपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मामला सुलझने की ओर
कई सवाल अब भी अनसुलझे
- क्या यह प्लांड मर्डर था जिसमें पत्नी भी शामिल थी?
- क्या राजा की हत्या में आर्थिक या प्रेम संबंधी कारण थे?
- तीन अन्य आरोपी कौन हैं और इनका सोनम से क्या संबंध था?
- क्या सोनम ने खुद को बचाने के लिए सरेंडर किया या ये एक रणनीतिक चाल है?