Kisan Andolan 2 Live Updates : हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 25वें दिन किसानों का प्रदर्शन जारी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को मातृ शक्ति ने मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन की कमान संभाली। हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। दोनों बॉर्डरों की बागडोर और मंच प्रबंधन आज महिलाओं के हाथों में है। बॉर्डरों पर महिलाओं के लिए शौचालय सहित अन्य व्यवस्था की गई हैं।
गौरतलब है कि भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने एलान किया था कि हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। जिसके तहत आज पंजाब भर से काफी संख्या में महिलाएं बॉर्डरों पर पहुंची। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल जम्मू-कश्मीर गए थे। वहां के किसानों को बड़ी उम्मीद थी कि कोई बड़ी घोषणा की जाएगी, लेकिन सरकार ने किसानों को कुछ नहीं दिया। वहां खेती-बाड़ी विभाग को बड़ी मुश्किल से किसान इकट्ठे करने पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि पिछले 10 साल में लोगों का लोकतंत्र भरोसा बढ़ा, लेकिन लोगों का भरोसा सरकार से खत्म हुआ है।

इस दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि बॉर्डर पर आंदोलन कर रही जत्थेबंदियों ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार खुद रास्ता नहीं देगी, तब तक पंजाब के किसान दिल्ली के लिए कूच नहीं करेंगे। इसके बावजूद हरियाणा में अभी भी 75 हजार अर्द्धसैनिक बल तैनात किया गया है और बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की गई है। जिसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही व्यापारियों का काम भी प्रभावित हो रहा है। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द बैरिकेडिंग को हटाया जाए।

सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि बुधवार के दिल्ली कूच के कार्यक्रम के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 100 के करीब किसान नेताओं के एक्स अकाउंट बंद करा दिए हैं। करीब 130 किसानों को नजरबंद कर लिया गया है। यहां तक कि लखीमपुर खीरी के हरेक घर में पुलिस जा रही है, ताकि वहां से कोई भी दिल्ली के लिए रवाना न हो सके। पंधेर ने कहा कि इससे साफ है कि केंद्र सरकार किसानों से डरी हुई है।

किसान नेता ने कहा कि अब तो किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों पर नहीं, बल्कि रेल गाड़ियों व बसों में दिल्ली के जंतर-मंतर जाना चाहते हैं। फिर केंद्र सरकार को क्या दिक्कत है। सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसानों को क्यों नहीं दिल्ली जाने दिया जा रहा है।

उनका कहना है कि आज शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 10 हजार से ज्यादा महिलाएं एकत्रित हो रही हैं। अब यह आंदोलन लंबा चलेगा। किसानों को इसके लिए पूरी तैयारी करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को ट्रेनें रोकी जाएंगी। वह स्वयं किसानों को अमृतसर के देवीदासपुरा में संबोधित करने जाएंगे।
