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NCR की नई सुपरसिटी: नोएडा और गुरुग्राम को मात देगा यूपी का ये आधुनिक शहर, कॉरपोरेट और इंडस्ट्रियल हब की मिलेगी पहचान

देश उत्तर प्रदेश दिल्ली

दिल्ली-NCR में एक ऐसा नया शहर बस रहा है, जो आने वाले समय में नोएडा और गुरुग्राम से भी ज्यादा विकसित और हाईटेक होगा। आधुनिक प्लानिंग, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर और हरियाली के शानदार संतुलन के साथ, यह शहर देश के सबसे बेहतरीन शहरी केंद्रों में से एक बनने जा रहा है। औद्योगिक और व्यावसायिक दृष्टि से भी यह शहर एक नया कॉर्पोरेट और इंडस्ट्रियल हब बनेगा।

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कहां बसाया जा रहा है ये नया शहर?

इस आधुनिक शहर को गौतमबुद्ध नगर जिले की दादरी और बुलंदशहर जिले की सिकंदराबाद तहसील के 87 गांवों में बसाया जाएगा। यह क्षेत्र करीब 21,000 हेक्टेयर में फैला होगा, जो गुरुग्राम और नोएडा से बड़ा होगा। नोएडा अथॉरिटी को इस शहर को विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई है। मास्टर प्लान-2041 तैयार कर लिया गया है और इसे उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी भी मिल चुकी है।

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इस शहर को क्यों कहा जा रहा है NCR का सबसे बड़ा और आधुनिक शहर

  • सबसे ज्यादा औद्योगिक क्षेत्र – 8,811 हेक्टेयर क्षेत्र सिर्फ इंडस्ट्रीज़ के लिए रखा गया है, जिससे यह देश का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र बन जाएगा।
  • आधुनिक टाउनशिप – 2,477 हेक्टेयर क्षेत्र रिहायशी इलाकों के लिए होगा, जहां हर वर्ग के लिए घर उपलब्ध होंगे।
  • व्यावसायिक हब – 905.97 हेक्टेयर कॉर्पोरेट ऑफिस, स्टार्टअप्स, आईटी कंपनियों और बिजनेस सेंटर के लिए होगा।
  • ग्रीन सिटी मॉडल – 3,173.84 हेक्टेयर क्षेत्र ग्रीन पार्क, हरित पट्टी और ओपन स्पेस के लिए निर्धारित किया गया है, जिससे यह NCR का सबसे हरा-भरा शहर बनेगा।
  • यातायात और परिवहन व्यवस्था – 8,282.59 हेक्टेयर क्षेत्र सिर्फ रोड नेटवर्क, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और ट्रैफिक सिस्टम के लिए होगा।
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कैसे देगा ये शहर नोएडा और गुरुग्राम को टक्कर

गुरुग्राम और नोएडा NCR के सबसे बड़े और विकसित शहरों में गिने जाते हैं। लेकिन यहां कई समस्याएं भी हैं। मसलन,  गुरुग्राम बेहतरीन कॉर्पोरेट इंफ्रास्ट्रक्चर के बावजूद, ट्रैफिक जाम, प्रदूषण और जलभराव की गंभीर समस्याएं हैं। नोएडा  तेजी से बढ़ते शहरों में शामिल है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अराजक ट्रैफिक, अनियोजित विस्तार और अधूरी बुनियादी सुविधाएं अभी भी चिंता का विषय हैं।

अब यह नया शहर इन दोनों शहरों से बेहतर प्लानिंग, मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्मार्ट सॉल्यूशंस के कारण ज्यादा आकर्षक बन सकता है।

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बड़े कारण जो इसे गुरुग्राम और नोएडा से बेहतर बनाएंगे

 बेहतरीन कनेक्टिविटी 

  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से सीधे जुड़ा होगा।
  • हाई-स्पीड मेट्रो और इलेक्ट्रिक बस कॉरिडोर की योजना बनाई जा रही है।

 उद्योग और स्टार्टअप हब –

  • आईटी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक, मैन्युफैक्चरिंग और स्टार्टअप्स के लिए स्पेशल जोन विकसित किए जा रहे हैं।
  • देश-विदेश की कंपनियों को आकर्षित करने के लिए टॉप क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं दी जाएंगी।
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स्मार्ट ट्रांसपोर्ट और ट्रैफिक मैनेजमेंट –

  • ISTMS (Integrated Smart Traffic Management System) लागू होगा।
  • मल्टी-लेवल फ्लाईओवर, अंडरपास और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह से डिजिटल और AI-बेस्ड बनाया जाएगा।

 ग्रीन और क्लीन सिटी मॉडल –

  • 3,000+ हेक्टेयर क्षेत्र में हरियाली और पार्क विकसित किए जाएंगे।
  • जल निकायों (Water Bodies) और वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) की अत्याधुनिक व्यवस्था होगी।

आधुनिक जीवनशैली और सुविधा –

  • बड़े शॉपिंग मॉल, इंटरनेशनल स्कूल, हाईटेक हॉस्पिटल्स और टॉप-लेवल स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर होगा।
  • शहर को मिशन-जीरो वेस्ट मॉडल पर विकसित किया जाएगा, जिससे यह NCR का सबसे स्वच्छ शहर बनेगा।
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कब तक तैयार होगा यह शहर?

इस शहर को चार चरणों में तैयार किया जाएगा—

 पहला चरण (2027) – 3,165 हेक्टेयर क्षेत्र विकसित होगा।
दूसरा चरण (2032) – 3,798 हेक्टेयर का निर्माण होगा।
तीसरा चरण (2037) – 5,908 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्माण होगा।
चौथा चरण (2041) – 8,230 हेक्टेयर क्षेत्र पूरी तरह से विकसित होगा।

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रहने के लिए क्या विकल्प मिलेंगे

EWS (अत्यंत कमजोर वर्ग) – 18.1 हेक्टेयर
LIG (निम्न आय वर्ग) – 40.8 हेक्टेयर
MIG (मध्यम आय वर्ग) – 29.9 हेक्टेयर
HIG (उच्च आय वर्ग) – 1.8 हेक्टेयर

अगर आप नोएडा, ग्रेटर नोएडा या गुरुग्राम में बसने या निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह नया शहर आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। बेहतर प्लानिंग, शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसे विकसित किया जा रहा है।

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