मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के बारे में हाल के विवाद के चलते वहां के विपक्षी पार्टी के नेता अली अजीम ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। इसके पीछे भारत के साथ हुए विवाद और उसके बाद हुए घटनाक्रमों ने मालदीव की राजनीति को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है।
बता दें कि मालदीव की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता अली अजीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि देश को अपनी फॉरेन पॉलिसी को मजबूत बनाए रखना है और पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्तों की आवश्यकता है। उन्होंने विपक्षी पार्टी से मुइज्जु के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का सवाल उठाया है। अली अजीम ने ट्वीट किया हमें पड़ोसी देशों को अलग-पड़ने से बचाना है। क्या हम मुइज्जु को हटाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इस पर पार्टी से सवाल किया, क्या वह अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। इसके बाद मालदीव के पूर्व खेल मंत्री अहमद महलूफ ने भारत के बायकॉट का आरोप लगाया है और कहा है कि इससे मालदीव की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि नुकसान से उभरना काफी मुश्किल होगा।

भारत ने की हमेशा मालदीव की मदद : मारिया अहमद
मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने भी बताया कि भारत ने हमेशा मालदीव की मदद की है, चाहे वह रक्षा क्षेत्र हो या उपकरण मुहैया कराने की बात हो। उन्होंने इसे भारत के साथ के सुरक्षा संबंधों के सानिध्य में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में बताया।

मालदीव की भारत के साथ लगती है सीमाएं
मारिया अहमद ने कहा हम एक छोटे देश हैं और हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारी सीमाएं भारत के साथ लगती हैं। उन्होंने भारत को मालदीव की सुरक्षा में हमेशा सहायक बनने का शुक्रिया अदा किया और कहा कि भारत हमेशा हमारी मदद करता है, चाहे वह रक्षा क्षेत्र हो या किसी भी अन्य क्षेत्र में।

लक्षद्वीप में सी-वॉटर डीसेलिनेशन प्लांट स्थापित करने का ऐलान
इसके बाद इजराइल ने लक्षद्वीप में सी-वॉटर डीसेलिनेशन प्लांट स्थापित करने का ऐलान किया है। यह घोषणा मालदीव के पूर्व मंत्री अहमद महलूफ द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी घोषणा है और इससे लक्षद्वीप में पानी की समस्या को सुलझाने में मदद मिलेगी।