दिल्ली के लाल किले पर 77वें स्वतंत्रता दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत कर तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे तक अपना भाषण दिया। प्रधानमंत्री ने भाषण में सुप्रीम कोर्ट का उसके फैसलों को मातृभाषा में भी उपलब्ध कराने पर धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विकास, महंगाई, अर्थव्यवस्था, महिला सशक्तीकरण और परिवारवाद की राजनीति पर भी विचार रखें। लाल किला पहुंचने पर नरेंद्र मोदी का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने द्वारा स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि अब भारत की सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट का ऑपरेटिव पार्ट आवेदक की स्थानीय भाषा में उपलब्ध होगा। इतना सुनने के पश्चात सीजेएल ने हाथ जोड़ते हुए प्रधानमंत्री का शुक्रिया किया। वहीं प्रोग्राम समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री ने एनसीसी कैडेट्स से भी मुलाकात की।
सुरक्षा हेतु तैनात किए थे स्नाइपर्स, विशिष्ट स्वाट कमांडो और शार्पशूटर
बता दें कि समारोह के लिए देश भर से अलग-अलग पेशों से जुड़े 1800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा भी कड़ी की गई। जिसको लेकर 10 हजार पुलिस कर्मी और एक हजार कैमरे लगाए गए। वहीं लाल किले पर एंटी-ड्रोन सिस्टम भी लगाए गए। प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी मेहमानों की सुरक्षा के लिए स्नाइपर्स, विशिष्ट स्वाट कमांडो और शार्पशूटर तैनात किए गए।
सोशल मीडिया पर देशवासियों को दी बधाई
15 अगस्त के दिन की शुरूआत में प्रधानमंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने लिखा कि आइए इस ऐतिहासिक अवसर पर अमृतकाल में विकसित भारत के संकल्प को और सशक्त बनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर 10वीं बार लालकिले पर तिरंगा फहराया। वहीं पिछले 9 वर्षो में प्रधानमंत्री ने लालकिले से कई नई योजनाओं का ऐलान किया। 10वीं बार भी उन्होंने अनेक योजनाओं के बारे घोषणा की।
देश का स्वाभिमान है तिरंगा
उन्होंने कहा कि कभी भी हमें अपने राष्ट्रीय ध्वज तिंरगे का अपमान नहीं करना चाहिए और न ही उसे कभी सड़क पर फैंकना चाहिए। तिरंगा देश की शान और स्वाभिमान है, जो कि देश के लिए दिए गए बलिदानों का प्रतीक है। जिसके सम्मान में न जाने कितने लोगों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। देश के ध्वज का सम्मान हर किसी को करना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की बनावट, आकार और रंग सभी का विशेष महत्व है।