बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने इस्तीफा दे दिया है। शेख हसीना भारत पहुंच गई हैं और यहां से लंदन रवाना होने वाली हैं। थोड़ी देर पहले उनका प्लेन गाजियाबाद के हिंंडन एयरबेस पर उतरा। उधर, बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने ऐलान किया कि सेना ने देश की कमान संभाल ली है।
शेख हसीना भारत के रास्ते लंदन जा सकती हैं। कई राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। शेख हसीना वायुसेना के एक परिवहन विमान से हिंडन एयरबेस पहुंची हैं। इस विमान के कुछ देर भारत में रुकने की संभावना है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि अगर शेख हसीना भारत से लंदन जाएंगी तो उसी विमान का इस्तेमाल करेंगी या किसी दूसरी फ्लाइट का सहारा लेंगी।
इसलिए हो रहा विरोध प्रदर्शन
बता दें कि बांग्लादेशी 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले परिवारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत कोटा दिए जाने का विरोध कर रहे है। हिंसा के कारण सुप्रीम कोर्ट ने कोटा घटाकर 5 फीसदी करने का फैसला किया था। लेकिन इसके बाद भी विरोध प्रदर्शनों को कोई अंत नहीं हुआ है और संकट हर दिन एक नया मोड ले रहा है।
सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को हुई भीषण झड़पों के बाद अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
3 हफ्तों में 300 से ज्यादा मौत
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र ‘प्रोथोम अलो’ ने सोमवार सुबह अपनी वेबसाइट पर खबर दी कि असहयोग कार्यक्रम के दौरान देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में 98 लोगों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक रविवार को 98 मौत के साथ ही 500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बीते तीन हफ्तों में यहां हिंसा में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
खून-खराबे के बाद कर्फ्यू
झड़पों और खून-खराबे के बाद सरकार ने रविवार शाम को पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया। भारत ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। ढाका स्थित भारतीय दूतावास ने रविवार को परामर्श जारी कर बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और संपर्क में रहने का आग्रह किया है।
यात्रा न करने की सख्त सलाह
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबरों के जरिए संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है।