Ayodhya Shri Ram Airport : अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार हो गया है। इसके निर्माण पर करीब 320 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। अब 22 जनवरी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले इसे शुरू कर दिया जाएगा। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह पहुंचकर एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों ने टर्मिनल बिल्डिंग में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के निरीक्षण के बाद अब एयरपोर्ट के उद्घाटन और उड़ान की तिथि जल्द तय की जाएगी। साथ ही किराए पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि टर्मिनल बिल्डिंग और एयरपोर्ट में फीनिशिंग का काम करीब 95 फीसदी पूरा हो चुका है। 320 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए इस एयरपोर्ट की लंबाई 2.5 किलोमीटर और चौड़ाई 45 मीटर है। एयरपोर्ट पर एक 3000 मीटर लंबा रनवे तैयार किया गया है, जो सभी विमानों को उतारने और उड़ाने में सक्षम है। एयरपोर्ट पर एक टर्मिनल बिल्डिंग भी है, जिसमें 300 यात्रियों की क्षमता बताई जा रही है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों की मानें तो सबसे पहले दिल्ली और अहमदाबाद के लिए भारतीय एयरलाइन कंपनी इंडिगो फ्लाइट शुरू करेगी। बताया जा रहा है कि यहां से दिल्ली के लिए प्रतिदिन और अहमदाबाद के लिए सप्ताह में तीन दिन फ्लाइट मिल सकेगी। पहले फेज में एयरपोर्ट में आठ एयरक्राफ्ट खड़ा करने का प्रबंध किया गया है। इसके बाद फेज टू की बिल्डिंग के लिए निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
स्थानीय लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
अयोध्या में एयरपोर्ट के निर्माण से आसपास के क्षेत्रों में भी आर्थिक विकास होगा। अब यहां एयरपोर्ट से जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिल सकेगा। साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। अब यहां के युवा वर्ग को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि अपने ही प्रदेश में उन्हें रोजगार मुहैया हो सकेगा। इसके अलावा श्री राम एयरपोर्ट के निर्माण से अयोध्या एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनकर उभरेगा। देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ेगा। यह एयरपोर्ट अयोध्या के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका बनकर उभरेगा।
राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए बांटे जा रहे आमंत्रण पत्र
बता दें कि लंबे संघर्ष के बाद श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य प्रगति पर है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर आमंत्रण पत्र बांटने का दौर शुरू हो चुका है। लोगों को यह आमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं। जिसके लिफाफे पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह लिखा है। इसके अंदर एक पत्र है। जिसमें पौष, शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080, सोमवार, 22 जनवरी 2024, गर्भगृह में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा की जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी इच्छा जताई गई है कि वह अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित होकर साक्षी बनें।
अयोध्या की सांस्कृतिक क्षमता के कण-कण को परिलक्षित करने की कोशिश
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार शनिवार को हनुमान गढ़ी और रामलला के मंदिर का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस एयरपोर्ट के निर्माण में अयोध्या की सांस्कृतिक क्षमता के कण-कण को परिलक्षित करने की हमारी कोशिश रही है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों की मानें तो एयरपोर्ट की बिल्डिंग राम मंदिर की तर्ज पर बनाई गई है। एयरपोर्ट का मुख्य भवन राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के पत्थरों से बनाया गया है। एयरपोर्ट का निर्माण तीन फेस में किया जाएगा। पहले फेस में घरेलू उड़ान की सुविधा के साथ देशभर के एयरपोर्ट से अयोध्या की कनेक्टिविटी को करना है।
रात और कोहरे में आसानी से कराई जा सकेंगी विमानों की लैडिंग
श्री राम एयरपोर्ट पर फेज-वन के तहत ही रनवे सेफ्टी एरिया (रेसा) के मानक के तहत रनवे और कैंट वन लाइटिंग का काम किया गया है। इससे रात और धुंध (फॉग) में भी विमानों की लैंडिंग आसानी से कराई जा सकेगी। इसके अलावा इस एयरपोर्ट पर दिन-रात लैंडिंग की सुविधा है। एयरपोर्ट में हाईटेंशन लाइन से संबंधित जो भी शिफ्टिंग थी, वह सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। नाइट लैंडिंग, कोहरे-धुंध में लैंडिंग के लिए कैट-वन और रनवे सेफ्टी एरिया (रेसा) का काम पूरा किया गया है।
इसी तरह एटीसी टावर का काम भी पूरा किया जा चुका है। पहले फेज में एयरपोर्ट में आठ एयरक्राफ्ट खड़ा होने की सुविधा की गई है। अब फेस टू की बिल्डिंग के लिए निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसकी बिल्डिंग 50 हजार स्क्वायर मीटर की होगी। इसमें एयरक्राफ्ट अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भर सकेंगे। जिसका रनवे 3750 मीटर के करीब तैयार किया जाएगा।