चीन से शुरू हुआ ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। देखते ही देखते देश में एक ही दिन में 6 मामले सामने आए, जिनमें से पहले दो मामले कर्नाटक के बेंगलुरु से, एक गुजरात से और दो तमिलनाडु से रिपोर्ट हुए हैं। भारत में इस वायरस से संक्रमित सभी मरीज बच्चे हैं, जिनमें से एक को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।
“स्वास्थ्य मंत्रालय की चेतावनी – सावधानी जरूरी”
इस वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। भिवानी के स्वास्थ्य विभाग ने भी पूरी तरह सतर्कता बरतने की बात कही है। CMO ने जनता से सावधानी बरतने की अपील की है, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।
“क्या है HMPV वायरस?”
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) एक श्वसन तंत्र से जुड़ा वायरस है, जो खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। इसके सामान्य लक्षण सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश हैं।
“कैसे बरतें सावधानी?”
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, HMPV वायरस से बचाव के लिए निम्न सावधानियां जरूरी हैं:
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- मास्क का नियमित उपयोग करें।
- बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- खांसते या छींकते समय रुमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें।
- बच्चों और बुजुर्गों की खास देखभाल करें।
“अलर्ट जारी, आगे क्या?”
HMPV के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। राज्यों को सैंपल जांच बढ़ाने और जरूरत पड़ने पर आइसोलेशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
“क्या भारत में बढ़ेगा HMPV का खतरा?” – विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता और सावधानी से इस वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है।