Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की पहली सूची को जारी कर दिया है, लेकिन दोनों ही दलों की सूची से हरियाणा के उम्मीदवारों का नाम गायब है। ऐसे में हरियाणा की सीटों को लेकर लगातार सस्पेंस बनता जा रहा है। प्रदेश में आए दिन नए-नए उम्मीदवारों के नाम पर टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों की ओर से किस नेता को टिकट दिया जाएगा। फिलहाल यह तय नहीं माना जा रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेता प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर आपस में उलझें हुए नजर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि देश में लोकसभा चुनावों को लेकर जहां बिगुल बज चुका है, वहीं हरियाणा में फिलहाल दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियां टिकट बांटने में ढील बरतती नजर आ रही हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियां प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की सूची मांग चुकी है, लेकिन अभी तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर नहीं लगाई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस में हरियाणा की 10 सीटों के लिए 300 से अधिक उम्मीदवारों ने अपना नाम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिया था। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आला कमान दिग्गज नेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारने के मूड में है। अगर कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देनी है और उस पर जीत हासिल करनी है तो उसे आम आदमी पार्टी से गठबंधन के बाद सभी 9 सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतरना पड़ेगा।
सियासी जानकारों की मानें तो हरियाणा के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं होने को लेकर कई वजह सामने आ रही हैं। इससे पहले टिकटों को लेकर पहली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है। जिसमें दिग्गजों के बीच सीटों को लेकर फंसे पेंच के कारण कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। माना जा रहा है कि हरियाणा के शीर्ष नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। ऐसे में वह अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए जुगाड़ में लगे हैं। जिसकी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी तक पहुंच चुकी है।
माना जा रहा है कि हरियाणा की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा 3 लोकसभा सीटों सिरसा, अंबाला और हिसार पर अपना प्रभाव बरकार रखना चाहती हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा लोकसभा की 5 सीटों गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और करनाल में अपने प्रत्याशी उतारकर प्रभाव जमाना चाहते हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में परास्त हो गई थी पिता-पुत्र की जोड़ी
हरियाणा कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के बड़े चेहरों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं, जो पिछले चुनाव में सोनीपत सीट से चुनाव हार गए थे। वहीं उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी रोहतक सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा के सामने परास्त हो गए थे। हालांकि अभी वह राज्यसभा सांसद हैं। वहीं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा पहले भी सांसद रह चुकी हैं, लेकिन वह कई बार स्पष्ट कर चुकी हैं कि इस बार उनकी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा है। वहीं पार्टी के दिग्गज नेताओं में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी शामिल हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पार्टी इन सभी को लोकसभा के चुनावी रण में उतार सकती है।
कौन और कहां से हो सकता है कांग्रेस उम्मीदवार?
माना जा रहा है कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट आप के पास जाने के बाद कांग्रेस को 9 सीटों पर प्रत्याशियों का चयन करना है। कयास है कि रोहतक लोकसभा सीट पर कांग्रेस दीपेंद्र हुड्डा को उम्मीदवार के रूप में उतार सकती है। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि इस बार हुड्डा परिवार के किसी अन्य सदस्य को भी इस सीट पर चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।
हरियाणा के गुरुग्राम की बात करें तो कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए अपने दिग्गज नेता कैप्टन अजय यादव को चुनावी योद्धा बना सकती है। साथ ही इस सीट पर वरिष्ठ नेता जितेंद्र भारद्वाज और सुभाष यादव का नाम भी चर्चा में बना हुआ है। वहीं फरीदाबाद लोकसभा सीट पर कांग्रेस वरिष्ठ नेता करण सिंह दलाल दांव खेल सकती है।
वहीं अंबाला और सिरसा आरक्षित सीट है। इन दोनों में एक पर कुमारी सैलजा को टिकट मिलने की संभावना जताई जा रही है। सिरसा लोकसभा सीट से पार्टी पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल पर दांव खेल सकती है। हिसार लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी पर कार्ड खेला जा सकता है। वहीं करनाल सीट पर कांग्रेस पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा को मौका दे सकती है।
उधर सोनीपत लोकसभा सीट की बात करें तो नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी को टक्कर दे सकते हैं। साथ ही माना जा रहा है कि कांग्रेस कर्नल रोहित चौधरी को भी इस सीट से चुनावी रण में उतार सकती है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर वैसे तो वरिष्ठ नेत्री किरण चौधरी की बेटी और हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी सांसद रह चुकी हैं। इस बार भी उनके यहां से पार्टी उम्मीदवार होने की चर्चा है। वहीं कयास है कि इस सीट पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाने वाले राव दान सिंह पर भी कार्ड खेला जा सकता है।