राजधानी Jaipur में एलपीजी टैंकर ब्लास्ट मामले में शनिवार सुबह तक मृतकों की संख्या 14 तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस हादसे में 25 घायल हुए हैं, जिनमें से कई 75 प्रतिशत से अधिक झुलसे हैं, और उनकी हालत अभी काफी नाजुक बताई जा रही है।
घायलों का इलाज जारी
एसएमएस अस्पताल प्रशासन घायल व्यक्तियों का इलाज करने में लगातार जुटा हुआ है, ताकि उनकी स्थिति में सुधार हो सके।इस हादसे के संबंध में प्रशासन ने एक जांच कमेटी गठित कर दी है, जिसमें 6 अधिकारियों को शामिल किया गया है। इसके अलावा, घटनास्थल पर एफएसएल (Forensic Science Laboratory) टीम मौजूद है, जो डीएनए सैंपल लेकर मृतकों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। यह कदम मृतकों के परिजनों को पहचानने में मदद करेगा।
जयपुर के भांकरोटा हाईवे पर शुक्रवार सुबह हुए भीषण टैंकर ब्लास्ट ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हादसे के 24 घंटे बाद भी गंभीर घायलों का इलाज एसएमएस अस्पताल में जारी है। इस हादसे में अब तक मृतकों की संख्या 14 हो गई है। इसके अलावा, 25 घायल लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं, जिनमें से अधिकांश के शरीर का 75 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
मौत का आंकड़ा और घायलों की स्थिति
इस भीषण हादसे में पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि 9 अन्य घायलों ने एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान अपनी जान गंवाई। चिकित्सा विभाग घायलों के इलाज में लगातार जुटा हुआ है, ताकि उनकी स्थिति में सुधार हो सके। अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की टीमें गंभीर रूप से झुलसे लोगों के इलाज में पूरी मेहनत लगा रही हैं।
जयपुर के भांकरोटा में हुए भीषण अग्निकांड के मामले में जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने एक जांच कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में विभिन्न विभागों के छह अधिकारियों को शामिल किया गया है।
कमेटी के सदस्य
- अतिरिक्त जिला कलेक्टर, द्वितीय जयपुर
- प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, जयपुर प्रथम (सदस्य सचिव)
- अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, पश्चिम जयपुर
- अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर
- मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय
- परियोजना निर्देशक, एनएचएआई जयपुर
यह कमेटी मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट प्रशासन को प्रस्तुत करेगी, ताकि घटना के कारणों का पता चल सके और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के उपायों पर विचार किया जा सके।
प्रशासन ने हादसा स्थल पर भेजी एफएसएल टीम, मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल जुटाए जा रहे हैं
जयपुर के भांकरोटा में हुए भीषण हादसे में मृतकों की पहचान एक बड़ी चुनौती बन गई है। अब तक 5 मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, और कुछ लोग अपने परिजनों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घटनास्थल पर एफएसएल टीम भेजी है, जो डीएनए सैंपल लेकर मृतकों के परिजनों की पहचान करने का प्रयास करेगी।
आईटी विशेषज्ञों की टीम भी सक्रिय
इसके साथ ही, प्रशासन ने घायलों के परिवारों से संपर्क स्थापित करने के लिए आईटी विशेषज्ञों की टीम को भी तैनात किया है। यह टीम घायलों के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड के माध्यम से उनके परिवारों का विवरण निकालकर उन्हें हादसे की सूचना दे रही है। इसके अलावा, जिन घायलों को दूसरे अस्पतालों में भर्ती किया गया है, उनकी लिस्ट भी तैयार की जा रही है ताकि उनका उपचार और सूचना देने का काम सुचारू रूप से हो सके।
विशेष अभियान का आदेश
सीएम भजनलाल ने ब्लैक स्पॉट्स को सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए हैं, जिसमें 2350 करोड़ रुपये की लागत से इन स्थानों का सुधार किया जाएगा। इस अभियान में सड़क की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस अभियान के दौरान कार्यों की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए और उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।