Haryana में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा अब निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इसको लेकर खुद कमान संभाल ली है। पार्टी विधायकों और मंत्रियों को चुनाव जीतने के लिए सक्रिय होने का निर्देश दिया गया है। दिसंबर से जनवरी तक शहरी क्षेत्रों में जल निकासी, सफाई और सड़क निर्माण जैसे कार्यों पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए गए हैं।
पंचकूला में हुई भाजपा संगठन की बैठक में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ग्राउंड वर्क पर काम शुरू करने को कहा गया है। जनवरी में निकाय चुनाव कराए जाने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, चुनाव की अधिसूचना दिसंबर के अंत तक जारी की जा सकती है।
संभावित प्रत्याशियों पर फीडबैक
विधायक दल की बैठक में संभावित प्रत्याशियों पर फीडबैक मांगा गया। भाजपा इस बार निकाय चुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। साथ ही कांग्रेस का समर्थन करने वाले पार्षदों की पहचान कर उनके टिकट काटने की योजना बनाई जा रही है।
मुख्य योजनाओं पर BJP का फोकस
- परिवार पहचान पत्र (PPP):
सरकार इस योजना से जुड़ी समस्याओं को लेकर चिंतित है। इस पर विपक्ष ने काफी सवाल उठाए हैं। इसे मुद्दा बनने से रोकने के लिए समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। - प्रॉपर्टी ID:
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में लागू इस योजना से कई विवाद जुड़े हैं। कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया था। प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के निर्देश दिए गए हैं।
वोटरों को लुभाने की कोशिश
पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर के कार्यकाल में शहरी क्षेत्रों में 1500 कॉलोनियों को नियमित किया गया और पानी के बिलों व संपत्ति कर में राहत दी गई। अब मुख्यमंत्री नायब सैनी भी शहरी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए इन मुद्दों पर फोकस कर रहे हैं।